चिल्लाती रहीं मां-बेटी, सामने आया अग्निकांड का दिल दहलाने वाला वीडियो

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निलंबित करने के बाद एसडीएम को लिया गया हिरासत में
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में सोमवार को मौत का बुलडोजर गरजा। कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पर मां-बेटी की हत्या का दाग लग गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मां-बेटी चिल्लाते हुए दिखाई दे रही हैं। वह कह रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी। कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान जिंदा जल मरीं मां-बेटी की मौत मामले को लेकर योगी सरकार गंभीर हो गई है। एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद को निलंबित करने के बाद हिरासत में ले लिया गया है। एसडीएम से पुलिस पूछताछ कर रही है। लेखपाल को भी हिरासत में लेने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। प्रारंभिक जांच में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है।
दरअसल, सोमवार को कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पहुंची थी। इस दौरान झोपड़ी के भीतर मां-बेटी जिंदा जल गए। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी और रुरा इंस्पेक्टर भी झुलस गए। आक्रोशित लोगों ने आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। अफसरों की टीम को दौड़ा लिया। भीड़ का गुस्सा देख टीम के अन्य लोग भाग खड़े हुए। बाद में गुस्साए लोगों ने एसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, तहसीलदार व लेखपाल समेत गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया। देर रात तक मंडलायुक्त और आईजी, डीएम लोगों को समझाया, लेकिन परिजन नहीं माने। मंगलवार सुबह उच्चाधिकारी फिर से परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। परिजन पांच करोड़, सरकारी नौकरी और दोनो बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़े हैं। जिम्मेदार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। अतिक्रमण हटाने के दौरान का आया वीडियो देखकर लोगों का दिल दहल रहा है। वहीं, घटना का एक वीडियो सोमवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें पूरा सच नजर आ रहा है। इस वीडियो में प्रमिला और उसकी बेटी शिवा जलती हुई झोपड़ी के अंदर सही सलामत मौजूद दिख रही है। जबकि, गेट के बाहर पुलिस प्रशासन दल-बल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। जैसे ही झोपड़ी पर बुलडोजर चलाना शुरू होता है तो प्रमिला बाहर से चिल्लाते हुए झोपड़ी के अंदर आते दिखी। इसके बाद जान देने की बात कहते हुए उसने अंदर से गेट बंद कर लिया। यह देखकर कुछ महिला सिपाही गेट के पास पहुंचीं और धक्का मारकर गेट खोल दिया। गेट खुलते ही अंदर रही प्रमिला चिल्लाते हुए सुनाई दे रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी...।

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