आजमगढ़ : नंद एकेडमी महिला महाविद्यालय में धूमधाम से मना गणतंत्र दिवस

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ग्रामीण अंचल में भी बालिकाओं के अंदर प्रतिभा की कमी नहीं-विजय सरोज
आजमगढ़। नंद एकेडमी महिला महाविद्यालय में छात्राओं द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता एवं मनमोहक नित्य एवं गायन का कार्यक्रम के साथ-साथ सड़क सुरक्षा के संबंध में जन जागरूकता अभियान का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं द्वारा क्षेत्र भ्रमण करके ग्रामीण अंचल की बालिकाओं एवं महिलाओं को सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत कराया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव एवं ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिप्रसाद दुबे द्वारा महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण के संबंध में महाविद्यालय की छात्राओं को विस्तार से अवगत कराया गया।उन्होंने कहा कि किसी राष्ट्र की शिक्षा का आकलन उस राष्ट्र की महिलाओं के शैक्षिक स्तर से बहुत आसानी से पता किया जा सकता है इसलिए यदि हमें अपने राष्ट्र का विकास करना है तो सर्वप्रथम हमें यह संकल्प लेना होगा कि हमें अपने राष्ट्र की समस्त महिलाओं को शिक्षित एवं जागरूक बनाना होगा।

महाविद्यालय के चेयरमैन कृष्णानंद यादव द्वारा महिला शिक्षा सशक्तिकरण एवं गणतंत्र दिवस की बधाई के साथ साथ वसंत पंचमी की भी शुभकामनाएं दी गई। प्रबंधक सच्चिदानंद यादव ने गणतंत्र का शाब्दिक अर्थ बताते हुए कहा कि आज के दिन हमारे देश में गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं जैसा कि अपने शाब्दिक अर्थ में ही इसका अर्थ विस्तार से छुपा है गणमान्य सामान्य नागरिक एवं तंत्र अर्थात व्यवस्था अर्थात पूरी तरीके से गणतंत्र का अर्थ सामान्य नागरिकों की व्यवस्था 26 जनवरी 1950 का यह अविस्मरणीय दिन भारत के सामान्य सामान्य नागरिकों का दिन माना जाता है क्योंकि आज ही के दिन भारत में अपने संविधान के अनुसार यहां के नागरिकों को जीने का हक अर्थात आजादी मिली। महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण के संबंध में बताया कि नंद एकेडमी महिला महाविद्यालय निश्चित रूप से क्षेत्र की बालिकाओं को गुणवत्ता परक उच्च शिक्षा देने का एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को स्किल डेवलपमेंट के संबंध में भी अनेक कोर्स जैसे मुफ्त कंप्यूटर शिक्षा एवं मुफ्त सिलाई कढ़ाई एवं ब्यूटीशियन तथा अन्य अन्य कोर्स कराए जाते हैं। 
विधायक लालगंज विजय सरोज जीने महाविद्यालय की छात्राओं की प्रतिभा से अभिभूत होकर कहा कि ग्रामीण अंचल में भी बालिकाओं के अंदर प्रतिभा की कमी नहीं है सिर्फ उन्हें मंच की आवश्यकता है इसके लिए महाविद्यालय के प्रबंधक की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। इंजीनियर केएल चतुर्वेदी ने बताया कि मैं इस क्षेत्र का रहने वाला हूं परंतु हम लोगों के जमाने में इस प्रकार के उच्च स्तर की शिक्षा बड़े महानगरों में ही प्राप्त होती थी परंतु महाविद्यालय के प्रबंधन द्वारा इस ग्रामीण अंचल में बालिकाओं को शिक्षित कर एक पंथ दो काज किया जा रहा है। जहां वे महिला सशक्तिकरण में अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं वहीं इन बेटियों की शिक्षित कर मां सरस्वती की आराधना भी कर रहे हैं। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर बृजेश कुमार मौर्य एवं महाविद्यालय की प्रवक्ता कुमारी शिवांगी एवं पूजा मिश्रा तथा अमित कुमार द्वारा आए हुए समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन सूरज कुमार द्वारा किया गया।

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