आजमगढ़: सड़क हादसे में सीएम योगी के ओएसडी की मौत, पत्नी की हालत गंभीर

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कार के सामने आवारा पशु के आने के बाद हुआ हादसा
आजमगढ़ के बूढ़नपुर बाजार के रहने वाले थे ओएसडी मोतीलाल सिंह

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) मोतीलाल सिंह की बस्ती में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी गंभीर रुप से घायल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोतीलाल सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कहा जा रहा है कि ये हादसा पशुओं को बचाने के चक्कर में हुआ। जानकारी के मुताबिक गोरखपुर स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में तैनात पूर्व पीसीएस अधिकारी गुरुवार देर रात गोरखपुर से लखनऊ जा रहे थे तभी खजौला के पास ये हादसा हुआ। बता दें कि वे मूल रूप से आजमगढ़ जनपद के बूढ़नपुर बाजार के निवासी हैं। इस दुर्घटना में उनकी पत्नी और ड्राइवर घायल हैं। मुख्यमंत्री योगी ने ओएसडी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
बस्ती पुलिस ने भी शुक्रवार को सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत होने की पुष्टि करते हुए बताया कि यह हादसा जिले के मुंडेरवा क्षेत्र में हाईवे पर उनकी कार के सामने किसी आवारा जानवर के आने के कारण हुआ। जानकारी के अनुसार सिंह गुरूवार की रात में स्कार्पियो कार से पत्नी के साथ लखनऊ जा रहे थे। तभी मुंडेरवा के पास हाईवे पर उनकी गाड़ी किसी जानवर को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर दुर्घटना की शिकार हो गई। इस हादसे में सिंह की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि उनकी पत्नी और वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को गोरखपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ के कैम्प कार्यालय पर तैनात ओएसडी मोती सिंह के पैतृक गांव में शोक की लहर है। बाज़ार स्थित उनके आवास पर सन्नाटा पसरा है। बस्ती में कार एक्सीडेंट में गुरुवार देर रात उनकी मौत हो गई है।उनकी पत्नी उमा सिंह एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गई है।उनके शव का पोस्टमार्टम लखनऊ में किया जा रहा है। बूढ़नपुर बाजार में उनका पैतृक निवास है। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के बूढ़नपुर बाजार निवासी मोती सिंह पुत्र स्व श्याम नरायन सिंह, बीती रात गोरखपुर से अपनी पत्नी उमा सिंह के साथ लखनऊ जा रहे थे।उनकी बहन की तेरहवीं थी। वह खुद स्कार्पियो चलाते हुए जा रहे थे। अचानक नीलगाय के आने से स्कार्पियो टकरा गई थी। मोती सिंह एसडीएम के पद से 2018 में अम्बेडकर नगर जिले के आलापुर तहसील से सेवानिवृत्त थे।उसके बाद अंतिम दिन तक मुख्यमंत्री के यहाँ ओएसडी के पद पर तैनात थे।इनके एक लड़के आलोक सिंह है।जो लखनऊ में ही कस्टम विभाग में है।दो लड़कियां है।जिनकी शादी पहले ही हो गई है।चार भाई में यह दूसरे नम्बर पर थे। पहले भाई का नाम लक्ष्मी सिंह, दूसरे भाई का नाम जवाहर सिंह, तीसरे भाई का नाम हीरा सिंह है। इनके दो भाई जवाहर सिंह, व लक्ष्मी सिंह का निधन 5 वर्ष पहले ही हो चुका है।इनका गांव में एक और मकान है। 50 वर्ष पूर्व इनका मकान बूढ़नपुर तहसील के हिस्समुद्दीनपुर में घर था। परिजनों में इनके भाई हीरा सिंह व परिजन शव लेने के लिए लखनऊ पहुंच गए हैं।

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