रिश्वत के आरोप में महिला थाना प्रभारी और महिला दरोगा सस्पेंड, केस दर्ज

Youth India Times
By -
0

मेरठ। मेरठ में महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और महिला दरोगा रितू काजला के खिलाफ एसएसपी के आदेश पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से दोनों महिला पुलिसकर्मी फरार हैं। आरोपी महिला थाना प्रभारी और मुकदमे में विवेचना कर रही महिला दरोगा ने फौजी का नाम निकालने के नाम पर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
सरधना के छुर गांव निवासी फौजी सुमित पर उनकी भाभी ने महिला थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया था। सुमित सेना में हैं और नागालैंड में तैनाती है। इसी मुकदमे में सुमित का नाम निकालने के नाम पर विवेचक महिला दरोगा रितू काजला और महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल ने सुमित से एक लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। करीब 35 हजार रुपये सुमित ने पुलिसकर्मियों को दे दिए थे। फौजी सुमित ने इस बातचीत की वीडियो बना ली और एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी से शिकायत की।
एसएसपी ने एसपी देहात केशव कुमार को जांच दी थी, जिसमें मोनिका जिंदल व रितू काजला दोषी पाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और महिला दरोगा रितू काजला पर सिविल लाइन थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया है। दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय जांच बैठा दी गई है। मुकदमा दर्ज होने के बाद मोनिका जिंदल और रितू काजला फरार हैं।
मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि रिश्वत मांगने के संबंध में वीडियो के साथ शिकायत की गई थी। जांच में दोषी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है और निलंबन की कार्रवाई की गई है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)