सपा सांसद सुखराम सिंह यादव ने की मुख्यमंत्री योगी से भेंट

Youth India Times
By -
0

अखिलेश से नाराज वरिष्ठ सपा नेता ने जानिए क्या कहा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ कई मोर्चे खुल गए हैं। चाचा शिवपाल सिंह यादव के बाद सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक आजम खां के बाद अब समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह यादव काफी आहत हैं। शिवपाल सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले सुखराम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ तारीफ करके अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। सुखराम सिंह यादव का राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त होने वाला है। इससे पहले ही वह पाला बदलने के प्रयास में हैं। उन्होंने आज सीएम योगी आदित्यनाथ से अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भेंट की। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में बहुत से लोग पार्टी छोडऩे के लिए समय का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने अखिलेश यादव को संदेश भी दे दिया कि आपकी यह कार्यशैली रही तो लोग फैसला लेंगे। राज्यसभा सदस्य और 2004 से 2010 तक विधान परिषद के सभापति रहे सुखराम सिंह यादव ने परिवार के अन्य लोगो के साथ उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उन्होंने अपने पिता चौधरी हरमोहन सिंह पर लिखी किताब सीएम योगी को भेंट की थी।
सुखराम सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव के पास मुझसे मिलने का समय नहीं है तो मेरे पास भी उनके लिए समय नहीं है। पार्टी नेतृत्व की लगातार उपेक्षा का शिकार माने जा रहे चौधरी हरमोहन सिंह के परिवार का अखिलेश यादव से अब पूरी तरह मोह भंग हो चुका है। राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह यादव ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला किया है। सुखराम सिंह यादव ने कहा कि पार्टी की विषम परिस्थितियों के बावजूद अखिलेश यादव के पास उनसे मिलने का भी समय नहीं और इसी कारण सुखराम के पास भी अब तो अखिलेश यादव से मिलने का समय नहीं है। सुखराम सिंह यादव ने कहा कि आजम खां के साथ पार्टी ने जैसे व्यवहार किया है, वैसा नहीं करना चाहिए था। पार्टी के लिए जी जान लगाने वाले नेता का पार्टी सहयोग ना करे तो दुख होता ही है। उन्होंने कहा कि आजम खां के सहयोगियों ने जो कुछ कहा उसमें सत्यता है। सुखराम सिंह ने मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए कहा कि मुलायम सिंह में सामंजस्य बनाए रखने की क्षमता थी जबकि आज की लीडरशिप में ऐसा नहीं है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)