उप्र चुनाव में अहम बना निषाद आरक्षण

Youth India Times
By -
0

एससी के दर्जा को ले मुकेश सहनी ने योगी आदित्यनाथ को चेताया
उप्र/पटना। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में विकासशील इनसान पार्टी ने निषादों को अनुसूचित जाति आरक्षण का कार्ड खेला है। उधर, यूपी में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी इसके लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर दबाव बनाते हुए दो-टूक कहा है कि आरक्षण नहीं तो बीजेपी को समर्थन भी नहीं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी निषाद आरक्षण का समर्थन किया है। बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष व सासंद अजय निषाद ने मुकेश सहनी को यूपी चुनाव से हटने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। इसका जवाब देते हुए वीआइपी ने कहा है कि अजय निषाद अगर योगी आदित्यनाथ से बोलकर यूपी में निषाद आरक्षण लागू करा दें तो बिहार व यूपी का निषाद समाज योगी की जय करेगा, अन्यथा उन्हें निषाद समाज कभी माफ नहीं करेगा।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश में निषाद समाज करीब पांच प्रतिशत है। वे मल्लाह, बिंद, मांझी, कहार, धीवर, निषाद, कश्यप के उपनाम से जाने जाते हैं। वे यूपी के कई इलाकों में सियासी समीकरण उलट-पुलट करने की ताकत रखते हैं। खासकर गोरखपुर, मऊ, गाजीपुर, बलिया, संतकबीर नगर, मिर्जापुर, भदोही, इलाहाबाद, वाराणसी, जौनपुर, फतेहपुर, हमीरपुर और सहारनपुर जिलों में निषाद वोटरों की बड़ी तादाद है। इस वोट बैंक की ताकत को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने निषाद पार्टी के साथ गठबंधन किया है, लेकिन पार्टी ने निषाद समाज के आरक्षण की मांग उठाई है। बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी भी इस वोट बैंक के सहारे यूपी के चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने यूपी में निषादों को एससी आरक्षण देने की मांग की है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)