आज़मगढ़ : 30 लोगों की मौत मामलों में अभी नहीं शुरू हुई दोषियों के खिलाफ जांच

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आजमगढ़। पवई और दीदारगंज थाना क्षेत्र में अवैध शराब पीने से 30 लोगों की मौत और पांच लोगों के आंख की रोशनी चली गई। इस मामले में जिम्मेदार ठहराते हुए एसओ पवई सहित कई पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया। इतनी मौतों के लिए जिम्मेदार इस मामले की अभी तक जांच नहीं शुरू हो पाई है।
पवई थाने के मित्तूपुर पुलिस चौकी के पास स्थित शराब के ठेके के पास से अवैध शराब की सप्लाई की जाती थी। इसमें मित्तूपुर चौकी के तत्कालीन प्रभारी दरोगा अरुण कुमार सिंह, सिपाही अविनाश प्रसाद, एसओ पवई रहे अयोध्या तिवारी सहित अन्य की मिली भगत की बात सामने आई। कोरोना की वजह से सरकारी ठेका बंद होने पर शराब माफिया अवैध शराब की सप्लाई करने लगे। जिसको पीने से दस मई को पवई और आंबेडकर नगर जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के कई लोगों की मौत हो गई। पहले तो प्रशासन मामले को दबाने में जुटा रहा। घटना के दो दिन बाद जब दीदारगंज थाना क्षेत्र में अवैध शराब से लोगों की मौत होने लगी तो पुलिस ने स्वीकार किया। साथ ही एसओ पवई, आबकारी निरीक्षक, चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। जबकि सिपाही अविनाश प्रसाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जो अभी भी जेल में है। एसपी ने दोषी पुलिसवालों के खिलाफ विभाग की तरफ से सख्त कार्रवाई की बात कहते हुए एसपी सिटी को जांच सौंपी। लेकिन अभी तक जांच शुरू नहीं हो सकी।
इस संबंध में एसपी सिटी पंकज पांडेय ने बताया कि अभी जांच शुरू नहीं हो सकी है। दोषियों का बयान लेने के लिए जल्द ही नोटिस भेजी जाएगी।

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