लखनऊ पीजीआई की घोर लापरवाही आई सामने

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चार घण्टे तक एम्बुलेंस में तड़पती रही संक्रमित महिला, निजी अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती
लखनऊ। पीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला चार घण्टे एम्बुलेंस में तड़पती रही। महिला के बाइपैप और ऑक्सीजन सपोर्ट पर होने के बावजूद भर्ती नहीं किया गया। परिजनों के पास प्रयागराज के सीएमओ का रेफर लेटर भी था। एम्बुलेंस में उपलब्ध दूसरे सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होने के चलते परिजनों ने आनन-फानन गोमतीनगर स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाकर महिला को भर्ती कराया। तब जाकर महिला का उपचार शुरू हुआ। महिला के पति शिवशंकर भदोही में फार्मासिस्ट हैं।
प्रयागराज निवासी 28 वर्षीय रूपाली सिंह ने प्रयागराज के एक अस्पताल में एक हफ्ते पहले बेटे को जन्म दिया था। अस्पताल में ही रुपाली की 28 मार्च को को‍रोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर परिजनों ने स्थानीय कोविड अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव है।
महिला को सांस लेने में तकलीफ़ बढ़ने पर वहां के डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया। महिला के पति शिवशंकर सिंह मंगलवार पूर्वान्ह करीब साढ़े ग्यारह बजे एंबुलेंस से उसे लेकर पीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों को प्रयागराज सीएमओ का रेफर लेटर भी दिया। करीब चार घण्टे के दौरान शासन से लेकर प्रशासन के कई अफसरों को फोन किया लेकिन कहीं से मदद नहीं मिली। सिलेंडर में ऑक्सीजन कुछ ही बची थी, साथ ही महिला की सांसें उखड़ती देख परिजनों ने निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया।
पोर्टल पर रेफर लेटर अपलोड नहीं था
पीजीआई कोविड अस्‍पताल के मरीजों के भर्ती प्रभारी डॉ. ओपी संजीव ने बताया कि यहां सिर्फ 60 बेड क्रियाशील हैं, जबकि क्षमता से अधिक 64 मरीज भर्ती हैं। पोर्टल पर मरीज का ब्योरा व रेफर लेटर अपलोड नहीं था। अन्य बेड क्रियाशील किये जा रहे हैं।

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