गड्ढों के कारण बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं, नहीं हुई कोई जनहानि, मिल प्रबन्धन लापता
आजमगढ़। सठियांव स्थित दि किसान सहकारी चीनी मिल के परिसर में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब टोकन कटवाने आए एक किसान की गन्ने से लदी ट्राली अचानक पलट गई और पास में खड़े दूसरे किसान के ट्रैक्टर पर जा गिरी। हादसे में ट्रैक्टर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई क्योंकि दोनों वाहनों पर उस समय चालक मौजूद नहीं थे। मिल परिसर में बने गड्ढों की वजह से ऐसी दुर्घटनाएँ अब आम हो चली हैं। शनिवार का हादसा भी इसी कारण हुआ। मिल क्षेत्र के बसौधा गांव निवासी किसान अखिलेश मौर्य पहले से अपना ट्रैक्टर-ट्राली टोकन काउंटर के पास खड़ा कर टोकन कटवा रहे थे। उसी दौरान शिवपुर देवारा गांव के किसान संतोष कुमार अपनी गन्ने से लदी ट्राली पार्किंग की ओर ले जा रहे थे। अचानक गड्ढे में ट्राली का पहिया धंस गया और पूरी ट्राली असंतुलित होकर अखिलेश मौर्य के ट्रैक्टर पर जा गिरी। ट्रैक्टर का आगे का हिस्सा बुरी तरह टूट-फूट गया, जबकि ट्राली में लदा गन्ना बिखर गया। गनीमत रही कि दोनों ट्रैक्टर-ट्रालियों पर चालक नहीं थे, वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मिल परिसर में पार्किंग क्षेत्र में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं जिनकी वजह से आए दिन वाहन असंतुलित हो जाते हैं। सूचना मिलते ही सठियांव चौकी प्रभारी अखिलेश चौबे तुरंत मौके पर पहुंचे। तब तक दोनों पक्षों के किसान आपस में बातचीत कर सुलह कर चुके थे। समझौते के तहत संतोष कुमार ने अखिलेश मौर्य का क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर ठीक कराने की जिम्मेदारी ली है। जब तक ट्रैक्टर पूरी तरह ठीक नहीं हो जाता, तब तक संतोष की ट्राली अखिलेश मौर्य के पास रहेगी। दोनों किसानों ने लिखित में कोई शिकायत नहीं की, जिसके बाद पुलिस भी बिना कोई कार्रवाई किए वापस लौट आई। हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद चीनी मिल का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। किसानों ने मिल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि परिसर के गड्ढों को भरवाने और पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने की बार-बार मांग की जा रही है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। आए दिन होने वाली ऐसी घटनाओं से किसानों में रोष व्याप्त है।
