कई राज्यों में फैला था अपराध का नेटवर्क, 20 से ज्यादा मुकदमे दर्ज
शामली। वेदखेड़ी-मंसूरा मार्ग पर सोमवार देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच हुई जोरदार मुठभेड़ में कुख्यात बावरिया गिरोह का सरगना और सवा लाख रुपये का इनामी बदमाश मिथुन मारा गया। उसका साथी राहुल अंधेरे का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब रहा।मुठभेड़ में एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर को गोली लगी, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया। झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी, लेकिन वह सुरक्षित बच गए। बदमाश के पास से एक कार्बाइन, मेड इन इटली पिस्टल और कारतूस बरामद हुए। एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मिथुन पर शामली पुलिस ने एक लाख और बागपत पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके खिलाफ हत्या, लूट सहित 20 से अधिक मामले दर्ज थे। वह शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर के अलावा पंजाब, दिल्ली, जयपुर और तमिलनाडु तक में वारदातें करता था। 2017 के झिंझाना भारत कुमार हत्याकांड में भी वह शामिल था। कांवड़ यात्रा के दौरान बागपत में महिला से लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। पुलिस की तलाशी में उसका साथी राहुल अभी भी फरार है।


