जयमाला-फेरे सब हुए, जूता चुराई में 20 हजार भी दिए, लेकिन...
आजमगढ़। शनिवार रात आजमगढ़ जिले के सरायमीर कस्बे में जौनपुर के जैतपुर से आई बारात धूमधाम से दुल्हन के द्वार पहुंची। स्वागत-सत्कार, जयमाला और फेरे सब कुछ हंसी-खुशी निपट गए। जूता चुराई की रस्म में दुल्हन पक्ष ने 20 हजार रुपये मांगे, दूल्हा पक्ष ने हंसते-हंसते दे भी दिए। माहौल पूरी तरह मस्ती भरा था, लेकिन अगली रस्म ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। ‘मड़वा हिलाने’ की रस्म शुरू हुई। इसी दौरान दूल्हे के चाचा मोतीलाल ने अचानक दुल्हन पक्ष से एक भैंस या एक लाख रुपये की मांग कर दी। पहले तो सबने इसे मजाक समझा, लेकिन चाचा जी जिद पर अड़ गए। दुल्हन पक्ष को यह मांग बेहद अपमानजनक लगी। बात बढ़ी तो खुद दुल्हन आगे आईं और साफ कह दिया – “ऐसे लालची घर में मैं एक कदम भी नहीं रखूंगी।” इसके बाद हंगामा मच गया। दुल्हन के माता-पिता और मौसी सदमे में बेहोश हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। बाराती डरते-डरते खिसकने लगे। गुस्साए दुल्हन पक्ष ने दूल्हा, उसके पिता और चाचा को मौके पर ही बंधक बना लिया। पुलिस बुलाई गई। सरायमीर थानाध्यक्ष निहारनंदन कुमार पहुंचे, समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई बीच का रास्ता नहीं निकला। रविवार को पूरे दिन पंचायत चलती रही, पर बात नहीं बनी। आखिरकार देर शाम बारात बिना दुल्हन के खाली हाथ लौट गई। पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।स्थानीय लोग इसे दहेज की नई और हैरान करने वाली शक्ल बता रहे हैं। सरायमीर में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।


