बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर जिले के नरौरा थाना क्षेत्र में चार वर्षीय मासूम दिव्यांशी की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझाते हुए मृतका की मां सीमा और उसके प्रेमी यतेन्द्र को गिरफ्तार किया है। दोनों ने मिलकर बच्ची की हत्या कर शव को गंगनहर में फेंक दिया था और फर्जी मुकदमा दर्ज कर दूसरों को फंसाने की साजिश रची थी।
पुलिस के अनुसार, गत बुधवार को नरौरा के पीएलजीसी नहर में मछुआरों को एक बच्ची का शव दिखा, जिसे उन्होंने रेत में दबा दिया। गांव में चर्चा होने पर पुलिस को सूचना मिली और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शव की पहचान अहमदगढ़ की चार वर्षीय दिव्यांशी के रूप में हुई।
मामले की जांच के दौरान मृतका की मां सीमा ने 1 अक्टूबर 2025 को थाने में तहरीर देकर ललतेश और अन्य लोगों पर बच्ची के अपहरण और हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू की, लेकिन नामजद आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। गहन छानबीन में पता चला कि हत्या के पीछे सीमा और उसका प्रेमी यतेन्द्र, निवासी गांव अजीजाबाद (थाना पहासू), का हाथ है।
पूछताछ में सीमा ने बताया कि उसका पति पहले ही गुजर चुका था और वह यतेन्द्र के साथ रह रही थी। उसके तीन बेटे और एक बेटी थी। छोटी बेटी दिव्यांशी को काम पर ले जाना उसके लिए परेशानी का सबब था। इसके अलावा, कस्बा अहमदगढ़ की ललतेश और अन्य लोगों से उसका विवाद चल रहा था। दोनों को लगता था कि ये लोग उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा सकते हैं। इसी कारण सीमा और यतेन्द्र ने मिलकर दिव्यांशी की हत्या की योजना बनाई। योजना के तहत उन्होंने बच्ची का मुंह दबाकर हत्या की और शव को गंगनहर में फेंक दिया। इसके बाद फर्जी तहरीर देकर ललतेश और अन्य को फंसाने की कोशिश की।
पुलिस ने साक्ष्यों के साथ दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच में शुरू से ही संदेह था। गहन जांच के बाद सच्चाई सामने आई और असली अपराधी पकड़े गए। फर्जी तहरीर देने और निर्दोषों को फंसाने की कोशिश के लिए भी कार्रवाई की जाएगी।




