परिजनों ने आशीर्वाद क्लीनिक खरिहानी में कराया भर्ती
सर्पदंश के बाद भूल कर भी झाड़ फूंक के चक्कर न पड़े पीड़ित-डा० नरेन्द्र पाण्डेय
आजमगढ़-मेंहनगर। गाजीपुर जनपद के शादियाबाद स्थित मरदानपुर गांव निवासी 30 वर्षीय सर्प मित्र चंदू कश्यप सर्पदंश का शिकार खरिहानी बाजार स्थित आशीर्वाद क्लिनिक में भर्ती कराया गया।
बताते चले कि शादात बाजार स्थित बुढ़नपुर गांव निवासी राजेश राजभर नामक ब्यक्ति के घर शुक्रवार को 8 बजे उनके कहने पर सर्पमित्र गोहउँन सर्प (कोबरा) निकालने गए थे, सर्प मित्र ने कोबरा तो पकड़ लिया, डिब्बे में भरते समय बाए हाथ के अंगूठे में बुरी तरह डस लिया। बावजूद इसके धैर्य व हिम्मत नहीं छोड़ा कोबरा को डिब्बे में भर लिया लेकिन थोड़ी देर बाद बेहोश हो गया। राजेश राजभर ने सर्पमित्र के स्वजन को सूचना दी। स्वजन भी आ गए। ततपश्चात स्वजन ने आजमगढ़ के खरिहानी बाजार स्थित आशीर्वाद क्लिनिक में भर्ती कराया।
दूसरी घटना मेंहनगर थाना क्षेत्र कटात चक कटात निवासी शिवचंद्र राम की 17 वर्षीय पुत्री सुषमा गुरुवार को सुबह 7 बजे खाना बनाने के लिए उपला निकाल रही थी। इसी बीच पैर में कोबरा सर्प ने डंस लिया। स्वजन झाड़फुक के चक्कर में जब वह बेहोश हो गई तो आनन फानन में बेहोशी हालत में खरिहानी आशीर्वाद क्लीनिक में भर्ती कराया। इस बाबत सर्पदंश चिकित्सक डा. नरेंद्र पांडेय ने बताया कि दोनों मरीजों को कोबरा ने डंसा हैं। इलाज चल रहा है। गाजीपुर के मरीज व सर्पमित्र ने डिब्बे बंद कर कोबरा को ले लाया है। वैसे दोनों मरीज खतरे से बाहर हैं। अंत मे श्री पाण्डेय ने बताया कि सर्पदंश के शिकार होने की दशा में मरीज झाड़ फूक के चक्कर में कत्तई न पड़ें। नजदीकी चिकित्सक को जरूर दिखाए, साथ ही जिस स्थान पर सर्प डंसे उसके ऊपरी हिस्से पर जरूर बांधे।



