लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने अपनी दूसरी शादी और निजी जीवन पर हो रहे हमलों के खिलाफ खुलकर जवाब दिया है। सपा से निकाले जाने के अगले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद उन पर सोशल मीडिया के जरिए निजी हमले शुरू हो गए। इसको लेकर पूजा पाल ने प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूजा पाल ने अपनी दूसरी शादी और पति को छोड़ने के कारणों का खुलासा करते हुए कहा कि उनके खिलाफ अतीक अहमद और कुछ रिश्तेदारों ने मिलकर षड्यंत्र रचा था। उन्होंने लिखा, “मैंने सपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ा, पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को मेरे बारे में सब पता है। मेरे पति राजू पाल की हत्या के बाद मुझे मुकदमा न लड़ने देने के लिए साजिश रची गई, जिसमें मेरे परिवार के लोग भी शामिल थे।”
पूजा पाल का विवाह 2005 में बसपा विधायक राजू पाल से हुआ था, जिनकी शादी के नौवें दिन हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को आरोपी बनाया गया था, जिनकी अप्रैल 2023 में प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूजा ने दूसरी शादी (ब्रजेश वर्मा से) के बारे में बताया कि उनके भाई ने मुकदमा लड़ने का भरोसा देकर शादी के लिए प्रेरित किया, लेकिन बाद में सच्चाई सामने आई कि यह अतीक के खिलाफ मुकदमा खत्म करने की साजिश थी। उन्होंने कहा, “शादी के कुछ दिन बाद मुझे इस षड्यंत्र का पता चला। मैंने इसका विरोध किया और कोर्ट में तलाक की अर्जी दी।”
सपा नेताओं पर निशाना साधते हुए पूजा ने कहा कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। सपा नेता शिवपाल यादव के बयान, “पूजा पाल अब कभी विधायक नहीं बन सकेंगी,” पर उन्होंने जवाब दिया, “मेरी जनता को मेरा दुख और तकलीफ पता है। शहर पश्चिमी और चायल की जनता का प्रेम और विश्वास आज भी मेरे साथ है। कुछ सपा नेता मेरी लोकप्रियता से डरकर मेरी छवि खराब करने की साजिश रच रहे हैं।”










