रिपोर्ट-आरपी सिंह
आजमगढ़। फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के जगदीशपुर गांव की 35 वर्षीय माधुरी विश्वकर्मा की पथरी के आपरेशन के बाद यश लोक क्लिनिक में हुई मौत की खबर सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की। सोमवार को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अरबिंद चौधरी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यश लोक क्लिनिक पर औचक छापेमारी की। जांच में जरूरी मानकों और प्रमाणपत्रों की कमी पाए जाने पर क्लिनिक को सीज कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, माधुरी विश्वकर्मा को पित्त की थैली में पथरी की शिकायत थी। 16 अगस्त को उन्हें यश लोक अस्पताल व नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे डॉ. एम.जेड. सिद्दीकी ने उनका आपरेशन किया। परिजनों का आरोप है कि आपरेशन के बाद माधुरी की हालत बिगड़ती गई और रविवार तड़के 4 बजे उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना और क्लिनिक में अवैध ढंग से आपरेशन की खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।
सोमवार दोपहर लगभग 2 बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यश लोक क्लिनिक पर छापा मारा। जांच के दौरान पाया गया कि क्लिनिक संचालक डॉ. मनोज यादव के पास जरूरी मानक प्रमाणपत्र और डिग्री नहीं थी। गंभीर लापरवाही को देखते हुए आपरेशन थिएटर और लेबर रूम को सील कर दिया गया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरबिंद चौधरी ने बताया कि क्लिनिक मानकों के अनुरूप नहीं था, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरबिंद चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ. अलेंद्र कुमार, फूलपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. शशिकांत सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। स्वास्थ्य विभाग की इस सख्त कार्रवाई से क्लिनिक संचालकों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की और मांग की कि ऐसी लापरवाही बरतने वाले अन्य अस्पतालों पर भी कार्रवाई हो।



