मां की ममता पर उठे सवाल, समाजसेवियों ने करवाया अन्तिम संस्कार
रिपोर्ट-पंकज पाण्डेय
आजमगढ़। जनपद के निजामाबाद थाना क्षेत्र के वनगांव आरा मशीन के पास रविवार सुबह करीब 10 बजे एक नवजात शिशु का कपड़े में लपेटा हुआ शव मृत अवस्था में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। बताया जा रहा है कि शनिवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण सुबह तक क्षेत्र में आवागमन कम था। बारिश थमने के बाद जब लोगों का आना-जाना शुरू हुआ, तब किसी ने सड़क किनारे कपड़े में लपेटे नवजात के शव को देखा और इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी।
मौके पर पहुंचे समाजसेवी मनीष राय, स्थानीय पत्रकार और ग्रामीणों ने मानवता का परिचय देते हुए नवजात के शव का अंतिम संस्कार करवाया। यह घटनास्थल आजमगढ़-सुल्तानपुर-लखनऊ हाइवे पर वनगांव गांव में स्थित है, जो निजामाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। नवजात का शव सड़क किनारे मिलने से पूरे क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर यह शिशु कहां से आया और इसे यहां क्यों छोड़ा गया। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी और आक्रोश देखा जा रहा है। कई लोग इसे "कलयुग की मां" की संज्ञा दे रहे हैं, जो अपने बच्चे को जन्म देकर सड़क किनारे फेंक कर चली गई। इस घटना ने मां की ममता को शर्मसार कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी अमानवीय घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि नवजात का शव कहां से और कैसे यहां पहुंचा। अभी तक शिशु के माता-पिता या इस घटना के पीछे की परिस्थितियों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। क्षेत्र में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चचार्एं जोरों पर हैं, और लोग इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

