देवरिया : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में तरकुलवा थाना क्षेत्र के पटनवा पुल से लापता दरोगा के बेटे रोहित विश्वकर्मा (32) का शव गुरुवार को रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में छोटी गंडक नदी के कोटवा घाट पर मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार, ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में रोहित की पीट-पीटकर हत्या की गई और शव को नदी में फेंक दिया गया।
बरियारपुर थाना क्षेत्र के राउतपार निवासी जयप्रकाश, जो वर्तमान में वाराणसी में दरोगा के पद पर तैनात हैं, के बेटे रोहित विश्वकर्मा एक कंपनी में पुरवा निवासी पुण्य मणि त्रिपाठी और लार निवासी अंकित विश्वकर्मा के साथ काम करते थे। 8 जुलाई को तीनों कार से पड़रौना आर्डर लेने गए थे। रात में लौटते समय रामपुर खास गांव के पास गाड़ी ओवरटेक करने को लेकर बाइक सवार कुछ युवकों से उनका विवाद हो गया।
विवाद बढ़ने पर बाइक सवारों ने अपने साथियों को बुलाकर पटनवा पुल पर रोहित, पुण्य मणि और अंकित पर हमला कर दिया। पुण्य मणि और अंकित कार से भाग निकले, लेकिन रोहित लापता हो गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने तलाश शुरू की और जयप्रकाश ने तरकुलवा थाने में चार लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
गुरुवार दोपहर एसडीआरएफ ने रोहित का शव छोटी गंडक नदी में कोटवा घाट से बरामद किया। शव मिलने से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
एएसपी देवरिया अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि मामले में अपहरण का केस दर्ज था और अब शव मिलने के बाद हत्या की धाराएं जोड़ी गई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों का खुलासा होगा। पुलिस जल्द ही इस सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है।







