आजमगढ़: शिक्षिका के धर्मांतरण मामले में नया मोड़, वायरल वीडियो में युवती ने लगाए गंभीर आरोप

Youth India Times
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नौकरी के लिए रोजा रखने, नमाज पढ़ने और मुस्लिम महिलाओं जैसे कपड़े पहनने का दबाव बनाने का आरोप
आजमगढ़ : जिले के अहरौला थाना क्षेत्र में एक कॉलेज शिक्षिका के कथित धर्मांतरण मामले ने शुक्रवार को नया मोड़ ले लिया। सोशल मीडिया पर वायरल एक 4 मिनट 50 सेकंड के वीडियो ने प्रशासन और स्थानीय लोगों में हलचल मचा दी है। वीडियो में दिल्ली की एक आईटी कंपनी में कार्यरत एक युवती ने कॉलेज के उप प्रबंधक और अन्य लोगों पर धर्मांतरण का दबाव बनाने, शारीरिक उत्पीड़न, और ब्लैकमेल जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
युवती ने वीडियो में दावा किया कि 2018 में उसके भाई की शादी एक महिला से हुई थी, जो वर्तमान में उक्त कॉलेज में शिक्षिका है। उस समय परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण शिक्षिका ने उसे नौकरी दिलवाने का वादा किया था। इसके बाद कॉलेज के उप प्रबंधक ने उसे 15 दिन की ट्रेनिंग के लिए पुणे भेजा। ट्रेनिंग से लौटने के बाद उसे दो दिन की अतिरिक्त ट्रेनिंग के बहाने कॉलेज बुलाया गया।
युवती के अनुसार, कॉलेज में उसे एक कमरे में ले जाया गया, जहां उप प्रबंधक, उनके दो भाई, एक भतीजा, दो महिला शिक्षिकाएं, और उसकी भाभी पहले से मौजूद थीं। कमरे का माहौल डरावना हो गया, और उससे कहा गया कि नौकरी के लिए उसे रोजा रखना, नमाज पढ़ना, और मुस्लिम महिलाओं जैसे कपड़े पहनने होंगे। इंकार करने पर उसे कथित तौर पर पीटा गया, उसके कपड़े फाड़े गए, और बदसलूकी की गई। आरोपियों ने उसका वीडियो बनाकर धमकी दी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई, तो वीडियो वायरल कर दिया जाएगा और उसके परिवार को नुकसान पहुंचाया जाएगा।
डरी-सहमी युवती ने बताया कि वह वर्षों तक डर के कारण चुप रही, लेकिन अब वह और सहन नहीं कर सकती। उसने इस मामले को समाज और प्रशासन के सामने लाने का फैसला किया है। हालांकि, इस वीडियो और उसमें लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
वायरल वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर इस मामले की तुलना बलरामपुर के छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन धर्मांतरण प्रकरण से की जा रही है। लोग इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, और जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ यूजर्स ने इसे संगठित धर्मांतरण की साजिश का हिस्सा बताया, जबकि अन्य ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
अहरौला थाना अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि अभी तक ऐसा कोई वीडियो आधिकारिक रूप से उनके संज्ञान में नहीं आया है। उन्होंने कहा, "यदि वीडियो की पुष्टि होती है, तो उच्चाधिकारियों को सूचित कर मामले की गहन जांच की जाएगी और विधिक कार्रवाई होगी।" पुलिस ने इस मामले में सतर्कता बरतने की बात कही है।
यह मामला तब सामने आया है, जब हाल ही में आजमगढ़ के सर सैयद इंटर कॉलेज में एक शिक्षिका के धर्मांतरण का आरोप उप प्रबंधक गालिब खान पर लगा था। शिक्षिका की सास राधिका मौर्य ने दावा किया था कि उनकी बहू सीमा मौर्य को ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराया गया। हालांकि, पुलिस जांच में यह मामला पति-पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद से जुड़ा पाया गया था, और धर्मांतरण के कोई ठोस सबूत नहीं मिले थे।

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