आज़मगढ़ : शव दफनाने को लेकर दो समुदायों में तनाव, पुलिस बल तैनात

Youth India Times
By -
0






विवादित भूमि पर प्रशासन का फैसला, सरकारी कब्रिस्तान में हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन की मध्यस्थता से शांति
रिपोर्ट : आरपी सिंह
आजमगढ़। जनपद के फूलपुर तहसील के नेवादा शेखवलिया गांव में गुरुवार को एक शव को कब्रिस्तान में दफनाने को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर मामला शांत कराया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
विवाद का कारण ग्राम शेखवलिया की गाटा संख्या 308, 317 और 329 थी, जो राजस्व अभिलेखों में पहले कब्रिस्तान के रूप में दर्ज थी, लेकिन वर्तमान में ‘जंगल झाड़ी’ के रूप में चिह्नित है। एसडीएम अशोक कुमार ने विवादित भूमि पर शव दफनाने की अनुमति नहीं दी और शव को ग्राम नेवादा के सरकारी कब्रिस्तान में दफनाने का निर्देश दिया। परिजनों ने निर्देशों का पालन करते हुए शव को वहां सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी में लग गए।
बताते चलें कि फूलपुर तहसील क्षेत्र के नेवादा शेखवलिया गांव में बुधवार रात निधन हुए अरशद की माता के शव को दफनाने को लेकर गुरुवार सुबह तनाव की स्थिति बन गई। परिजन शव को गांव के निकट कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी कर रहे थे, जब दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। उनका दावा था कि उक्त भूमि विवादित है और राजस्व अभिलेखों में ‘झाड़ी’ के रूप में दर्ज है। दूसरी ओर, ग्राम प्रधान ओबैदुल्लाह और नसीम अहमद ने दावा किया कि 1940 और 1967 के मुंसिफ हवेली न्यायालय के आदेशों के आधार पर यह भूमि कब्रिस्तान के रूप में उपयोग होती रही है।  
तनाव की सूचना पर एसडीएम अशोक कुमार, सीओ अनिल वर्मा, कोतवाल सच्चिदानंद सिंह और लेखपाल संतोष कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। राजस्व अभिलेखों की जांच में पाया गया कि विवादित भूमि अब ‘जंगल झाड़ी’ के रूप में दर्ज है। प्रशासन ने शव को सरकारी कब्रिस्तान में दफनाने का निर्देश दिया, जिसका पालन किया गया।  
एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। विवादित भूमि पर कोई गतिविधि न करने का निर्देश दिया गया है, और स्थिति पूरी तरह शांत है। एहतियातन पुलिस बल तैनात रखा गया है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)