हत्यारिन पत्नी की जुबानी, पति की हत्या की कहानी

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प्रेमी संग मिल कर बनाई थी हत्या की योजना, अब जेल में कटेगी जिंदगी

मुरादाबाद। सिविल लाइंस के रामगंगा विहार में फिजियोथेरेपी सेंटर चलाने वाली रीना सिंधू ने अपने प्रेमी परितोष कुमार के साथ मिलकर पति रविंद्र कुमार की हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने शव को उत्तराखंड के कोटद्वार कोतवाली क्षेत्र के दुगड्डा चौकी के पास पांचवें मील पर झाड़ियों में फेंक दिया। उत्तराखंड पुलिस ने दोनों आरोपियों को बिजनौर के नगीना से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट के आदेश पर उन्हें पौड़ी जेल भेज दिया गया।
कोटद्वार कोतवाल रमेश तनवार ने बताया कि 5 जून को दुगड्डा चौकी क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला था, जिसकी पहचान रविंद्र कुमार (निवासी रजोकरी, बसंत कुंज, साउथ दिल्ली) के रूप में हुई। मृतक के भाई राजेश कुमार ने 17 जून को कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि रविंद्र का अपनी पहली पत्नी आशा देवी से मनमुटाव के बाद 2007 में वह हरिद्वार चले गए थे। वहां उनकी मुलाकात रीना सिंधू से हुई और 2010-11 में दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद वे मुरादाबाद के रामगंगा विहार में रहने लगे।
राजेश ने शिकायत में कहा कि रविंद्र मुरादाबाद में अपना मकान बेचना चाहते थे, लेकिन रीना इसके खिलाफ थी। इस बात पर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। उन्होंने आशंका जताई कि रीना ने अपने साथियों के साथ मिलकर रविंद्र की हत्या कर शव को दुगड्डा के जंगल में फेंक दिया।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें 5 जून को एक संदिग्ध कार कोटद्वार के आसपास आते-जाते देखा गया। इसके आधार पर पुलिस ने रीना सिंधू और उनके प्रेमी परितोष कुमार (निवासी सराय, पुरैनी, नगीना, बिजनौर) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
रीना ने बताया कि रविंद्र पर भारी कर्ज था और कोर्ट के आदेश से लाखों रुपये का जुर्माना भी देना था। वह मकान बेचना चाहते थे, लेकिन रीना इसके लिए तैयार नहीं थी। इस बीच, फिजियोथेरेपी सेंटर पर आने वाले परितोष से रीना का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया और दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए। रीना ने परितोष के साथ मिलकर रविंद्र की हत्या की योजना बनाई।
31 मई को रीना ने रविंद्र को नगीना में परितोष के घर बुलाया। वहां शराब पिलाने के बाद परितोष ने फावड़े से रविंद्र की छाती और गले पर वार कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों शव को कार में डालकर पहले रामनगर ले गए, लेकिन वहां मौका नहीं मिला। फिर वे शव को कोटद्वार लाए और सुबह दुगड्डा के पास सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए। अगले दिन कार को नोएडा चौराहे पर छोड़कर दोनों घर लौट गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मामले की जांच जारी है।

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