शासन की सख्त कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
आजमगढ़। जनपद के लालगंज निवासी डॉ. मिर्जा आदिल बेग पर पीजी कोर्स पूरा करने के बाद सरकारी अस्पताल में ड्यूटी न जॉइन करने के कारण शासन ने 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। डॉ. बेग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नगरा (बलिया) में कार्यरत थे, लेकिन पीजी कोर्स के लिए चले गए।
डॉ. बेग ने दावा किया कि उन्होंने निजी खर्चे पर प्राइवेट अस्पताल में पीजी कोर्स किया। हालांकि, महानिदेशक (प्रशिक्षण), चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अनुसार, डॉ. बेग ने पीजी में दाखिले के लिए सरकारी कोटे के तहत अंक प्राप्त किए थे। नियमों के अनुसार, पीजी पूरा होने के बाद उन्हें सरकारी सेवा में वापस लौटना था, लेकिन डॉ. बेग न तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नगरा पहुंचे और न ही बलिया सीएमओ कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इसके चलते, शासन ने नियमों के तहत डॉ. बेग को 1 करोड़ रुपये जमा करने की नोटिस जारी की है। अपर निदेशक (स्वास्थ्य व परिवार कल्याण), आजमगढ़ मण्डल कार्यालय में नोटिस पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले में अपर निदेशक डॉ. बालचंद ने कहा, “नियमों के तहत 1 करोड़ रुपये के हर्जाने की नोटिस शासन द्वारा जारी की गई है। इस संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।”
इस संबंध में डॉ. मिर्जा आदिल बेग ने बताया कि उनके ऊपर जो आरोप लगाया गया है वह निराधार है, उन्होंने अपने निजी खर्च से प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से पीजी किया है। शासन द्वारा जो हमारे ऊपर एक करोड़ का जुर्माना लगाया गया है उसके बाबत हम कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए अपना पक्ष रखेंगे।







