भगवान से भी बढ़कर होती है मां- रमाकान्त वर्मा, प्रबन्धक
आजमगढ़। प्रतिभा निकेतन इंटर कॉलेज एटलस पोखरा के प्रांगण में मातृ दिवस मदर डे के अवसर पर विद्यालय में मदर डे हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया. सर्वप्रथम इस प्रोग्राम की अध्यक्षता कर रही विद्यालय की अध्यक्ष सरस्वती वर्मा एवं राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सरायमीर आजमगढ़ की प्रधानाचार्य डॉक्टर संध्या वर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. तत्पश्चात विद्यालय में बच्चों की माता के लिए विभिन्न प्रकार के गेम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चे अपनी मां के साथ प्रतिभाग किये एवं बच्चें अपनी कविता के माध्यम से मां के बारे में बताएं. इस गेम प्रतियोगिता में नर्सरी से अनुष्का चौहान की मां कविता चौहान प्रथम एवं एलजी से कनिष्क की मां पूजा अग्रवाल प्रथम एवं द्वितीय स्थान एलजी से आयांश यादव की मां मीरा यादव ने प्राप्त किया. यूकेजी से ग्लास गेम में मुकुंद तिवारी की मां अंशिका तिवारी प्रथम, शिवांश कनौजिया की मां बीना कनौजिया द्वितीय स्थान प्राप्त किया. बेस्ट मदर का अवार्ड रुद्र नारायण पाठक की मां श्वेता पाठक एलजी से, यूकेजी से समृद्धि सैनी की मां रिंकी सैनी ने प्राप्त किया. इस अवसर पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सरायमीर की प्रधानाचार्य डॉक्टर संध्या वर्मा ने बताया कि मां की तुलना हम किसी से नहीं कर सकते हैं मां पहली शिक्षिका होती है जो हमें इस दुनिया में आते ही सब शिक्षा देना शुरू कर देती है. हम जो कुछ सीखते हैं पहले मां से सीखते हैं इसलिए हम उन्हें अपना प्रथम गुरु मानते हैं. मां वह शख्सियत है जो अपने बच्चों को हर मुश्किल से बचाती है। उनके हर दर्द को चुपचाप सह लेती है, वह अनमोल है और उनके त्याग व प्यार का हिसाब हम कभी नहीं कर सकते हैं. ऐसे ही कुछ भावपूर्ण संदेशों पर और हमेशा एक मजबूत सहारे की तरह उनके साथ खड़ी रहती है उनके आंचल की छांव में हर बच्चा सुरक्षित महसूस करता है. मदर्स डे एक ऐसा खास दिन है जब हम अपनी इस ममता महिमा के प्रति अपना प्यार और आभार व्यक्त करते हैं और उन्होंने बताया कि अगर हम अपने बच्चों को संस्कार सही तरीके से दे रहे हैं तो माता को वृद्ध आश्रम क्यों जाना पड़ रहा है। इससे यह प्रतीत हो रहा है कि कहीं न कहीं हमारे संस्कार में कमी आ रही है. इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम में प्रतिभा करने आई हुई सभी मदर अभिभावकों का आभार व्यक्त किया एवं विद्यालय के प्रबंधक रमाकांत वर्मा ने बताया कि मां की उपमा तो हम भगवान से भी नहीं कर सकते हैं क्योंकि भगवान तो केवल देखा है लेकिन मां सब करती है जो भगवान नहीं कर सकते हैं. इस अवसर पर आए हुए सभी और बातों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी को बधाई देता हूं. विद्यालय की अध्यापिका प्रीति श्रीवास्तव ने सभी माता का आभार व्यक्त करते हुए उनकी माता का वर्णन किया. कार्यक्रम का संचालन रुचि श्रीवास्तव एवं अंचल पांडे ने संयुक्त रूप से किया और सभी अध्यापिकाओं कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने में उनका सहयोग किया।