गिड़गिड़ाती रही सहेली, जॉब दिलाने के बहाने लिया झांसे में
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक शर्मनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। जॉब दिलाने के बहाने ग्रेटर नोएडा से दो सहेलियों को अपने जाल में फंसाने वाले तीन दरिंदों ने एक किशोरी के साथ चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म किया, जबकि उसकी सहेली को मेरठ के टिमकिया क्षेत्र में हाईवे पर फेंक दिया, जिसके कारण वाहनों के कुचलने से उसकी मौत हो गई। पीड़िता ने किसी तरह खुर्जा क्षेत्र में कार से कूदकर अपनी जान बचाई और पुलिस को इस जघन्य अपराध की जानकारी दी।
खुर्जा नगर कोतवाली में दर्ज अपनी शिकायत में पीड़ित किशोरी, जो प्रतापगढ़ जिले के चिलविला थाना क्षेत्र की रहने वाली है, ने बताया कि वह अपने मामा के साथ नोएडा में रहती है। 6 मई की शाम वह अपनी सहेली के साथ सूरजपुर कोर्ट नंबर-3 के सामने गई थी। वहां उसके परिचित अमित ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर दोनों को कार में बैठा लिया। कार में अमित का दोस्त संदीप भी मौजूद था। कुछ दूर जाने के बाद आरोपियों ने रास्ते में बीयर खरीदी और दोनों सहेलियों को जबरन पिलाई। इसके बाद उन्होंने अपने एक अन्य साथी को भी बुला लिया।
तीनों आरोपियों ने पहले दोनों सहेलियों की पिटाई शुरू की। विरोध करने पर एक सहेली को मेरठ के पास हाईवे पर चलती कार से फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों ने पीड़िता के साथ रातभर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि वह हाथ जोड़कर आरोपियों से छोड़ने की गुहार लगाती रही, लेकिन दरिंदों का दिल नहीं पसीजा। सुबह होने पर पीड़िता किसी तरह कार से कूदकर आरोपियों के चंगुल से बच निकली और खुर्जा पुलिस को घटना की सूचना दी।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार दोपहर मुठभेड़ के बाद तीनों आरोपियों—संदीप (सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा), गौरव (लोनी, गाजियाबाद), और अमित (सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा)—को गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान संदीप और गौरव के पैर में गोली लगी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी संदीप का आपराधिक इतिहास रहा है। वर्ष 2016 में खुर्जा नगर कोतवाली में उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट, धारा 323, 504, 506, 392, और 452 के तहत मुकदमा दर्ज है। वर्ष 2017 में खुर्जा नगर और सूरजपुर थानों में दो मुकदमे, और 2018 में सूरजपुर में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। संदीप बाइक चोरी के एक मामले में जेल भी जा चुका है। छह वर्ष पहले वह खुर्जा में रहता था और इस दौरान मारपीट, चोरी, और लूट जैसी कई अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा।
पुलिस ने संदीप के फोन कॉल डिटेल की जांच की, जिसमें पता चला कि वह खुर्जा के कुछ लोगों के संपर्क में था। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस अन्य साक्ष्य जुटाने में भी जुटी है ताकि आरोपियों को सख्त सजा दिलाई जा सके।