मामले में जांच कर की जाएगी विधिक कारवाई: चिराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण
आजमगढ़। जनपद के उत्तरी छोर पर स्थित हरैया विकास खण्ड में प्रमुख पद को लेकर विश्वास व अविश्वास प्रस्ताव की कहानी सोशल मीडिया की जुबानी, माफिया कुंटू सिंह की लिखी जा रही है कहानी। हरैया ब्लाक प्रमुख अविश्वास प्रस्ताव मामले में चार मार्च को जिलाधिकारी के यहां अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कुछ लोंगो द्वारा ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें क्षेत्र पंचायत व ग्राम प्रधान को मानदेय न दिये जाने सहित कई आरोप लगाए गए थें। इस बावत जब उस समय हरैया ब्लाक प्रमुख संदीप पटेल से बात की गई तो उन्होने जानकारी न होने की बात कहते हुये कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था। इसी बीच सोशल मीडिया पर खुद को हरैया ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बताने वाले संतोष सिंह द्वारा कहते हुये सुना जा रहा है कि कुछ आपराधिक माफिया किस्म के लोगों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की कोशिश की जा रही है यह लोग माफिया कुंटू सिंह के आदमी हैं और कई बार हमसें रंगदारी वसूल चुके हैं। अब इनको रंगदारी से देने से ऊब चुके हैं और इनका जमकर विरोध किया जाएगा। वीडियो में ब्लाक प्रमुख संदीप पटेल भी कुछ इससे मिलती जुलती बात कही जा रही है। अन्य लोग भी इसी तरह का हवाला देते हुये दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हुआ है जिसमे भी पूरे घटना क्रम के जिम्मेदार कुंटू सिंह को बताया गया है। खुद को सुनील सिंह बताने वाला शख्स ने बड़े आरोप लगाते हुये कहा कि संतोष सिंह को कुंटू सिंह का सहयोगी बताते हुये यह आरोप लगाया है कि हरैया ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष सिंह कुंटू सिंह का आदमी है और कुंटू सिंह को जेल में पैसा भेजता है। वीडियो में यह भी आरोप लगाया गया है कि 2015 में संतोष सिंह को करोड़ो रूपए देकर चुनाव लड़ाया था जिसमे संतोष सिंह हार गये थें तथा 2017 में भी कुंंटू सिंह ने निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनाया था। वीडियो में यह भी आरोप लगाया गया है कि आज भी एक व्यक्ति विशेष के माध्यम से संतोष सिंह द्वारा माफिया कुंटू सिंह को पैसे पहुंचाया जाता है। अब पूरे मामले में सच्चाई जो भी हो लेकिन भाजपा के ब्लाक प्रमुख का प्रतिनिधि बताने वाला व्यक्ति योगी सरकार में किसी माफिया को पैसे पहुंचाने की बात करता है तो चाहे वह रंगदारी ही क्यों न हो तो योगी सरकार के साथ पार्टी भी सवालों के घेरे में खड़ी दिखाई देती है कि सत्ताधारी पार्टी के प्रमुख व कथाकथित प्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं है तो बाकी क्या कहा जाए। पूरे मामले में दोनो पक्षों द्वारा जोर-शोर से पूरे मामले को माफिया कुंटू सिंह से जोड़ने की कोशिश तो हो रही है अगर प्रशासन इस आरोप-प्रत्यारोप को गंभीरता से लेने लेकर जांच करे तो दोनो पक्षो से निकलेंगे कई दागदार।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि सोशल मीडिया के बाद माध्यम से मामला संज्ञान में आया है जांच कर विधि कार्रवाई की जाएगी।