चार दिन पूर्व हुई हत्या मामले का पुलिस ने किया खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
आजमगढ़। पवई थाना अंतर्गत सलारपुर गांव निवासी की 29 जनवरी की रात गोली लगने से मौत हो गई थी। मृतका की पत्नी द्वारा पवई थाना में तहरीर दी गई थी कि मेरे पति अजय कुमार सिंह पुत्र स्व काशीनाथ सिंह 29 जनवरी की रात सात बजे अपने बाइक से घर से निकले बाजार के लिए और जब देर रात तक घर नहीं लौटे तब मैं उनके मोबाइल पर फोन लगाने लगी तो घंटी तो बजती थीं फोन नहीं उठ रहा था ,तब मैं अपने लड़के शिवा और भतीजा अंकित को खोजने के लिए भेजी ये सब खोजते हुए लगभग रात नौ बजे गांव के पश्चिम शिवान में मंदिर पर पहुंचे तो देखा कि मंदिर के पास एक सीमेंट के बेंच पर शव पड़ा मिला शरीर से खून बह रहा था और जमीन पर फैला था। मेरे पति का पहले से राम नगर के शिवम सिंह पुत्र अजीत सिंह,वर्तमान प्रधान सलारपुर के बेटे गिरजा राजभर, गांव के देवेंद्र सिंह उर्फ संजय सिंह पुत्र रामसूरत सिंह ,राजेश धुरिया एवम रमन आदि से विवाद चल रहा था। इसी को लेकर इनके द्वारा मेरे पति की हत्या कर दी गई है। 1 फरवरी को थानाध्यक्ष पवई अनिल कुमार सिंह मय हमराही नायब दरोगा सुर्लभ पांडेय ,सिपाही अशफाक अंसारी ,सिपाही अनुराग यादव,और चालक अशोक यादव मुखबिर की सूचना पर राजेश धुरिया 45 पुत्र नारायण धुरिया को समय 10.50 पर सलेमपुर अंडर पास से गिरफ्तार किया जो इस मुकदमे में आरोपी है।
थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि पूछ ताछ में राजेश धुरिया द्वारा बताया गया कि मेरी अजय कुमार सिंह से दोस्ती थी, मैं कुछ दिन पूर्व सूरत से कमाकर आया हूँ ,घटना के दिन करीब साढ़े पांच बजे शाम को गांव के बाहर शिव मंदिर के पास मौजूद था कि वहीं बात ही बात में कहा सुनी हो गई, वहां पर मौजूद इंद्रजीत, सोनू राजभर, प्रदीप व उमेश ने बचाव किया। इंद्रजीत अजय सिंह को लिवाकर चले गए। थोड़ी देर बाद अजय सिंह बाहर निकले और फिर हम दोनों थोड़ी देर पहले हुए विवाद के संबंध में बात करते हुए फिर मंदिर की तरफ आकर वहीं बेंच पर बैठकर बात कर रहे थे कि तभी बात ही बात में बात बढ़ गई, तब मैने अपने पास लिए तमंचे से अजय सिंह के सर में गोली मार दिया और जब वह गिर गए तो मैने तमंचे को अजय सिंह के हाथ में पकड़ाकर पैर के पास रख दिया, जिससे मालूम हो कि आत्महत्या किए हैं ।