महान कार्य व अवसर के जरिए मानव ही मानव के मन पर अमिट छाप छोड़ देता है : नीलेश श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य
आजमगढ़। जिले की अग्रणी संस्था सेन्ट जेवियर्स हाई स्कूल एलवल, आजमगढ़ के प्रांगण में विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ विद्यालय प्रबंधक प्रशांत चंद्रा आवासीय प्रबंधक प्रद्युम्न जायसवाल एवं अनिरूद्ध जायसवाल, प्रधानाचार्य नीलेश श्रीवास्तव, उपप्रधानाचार्य संजय विश्वकर्मा, को-आर्डिनेटर धीरेन्द्र भारद्वाज, यामिनी अरोरा आदि ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में कक्षा 11वीं के समस्त छात्र-छात्राओं ने बारहवीं के सभी छात्र-छात्राओं का स्वागत कर उन्हें पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया तत्पश्चात सरस्वती वंदना से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत की। 11वीं के छात्रों द्वारा अपने सीनियर्स के सम्मान में नाटक, भाषण, गीत-संगीत, विदाई गीत, नृत्य आदि की अप्रतिम प्रस्तुति दी गई जिसमें विदाई गीत लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही। अपने इस गीत के माध्यम से बच्चों ने सम्पूर्ण विद्यालय प्रांगण को वियोग श्रृंगार से सराबोर कर दिया। इसी क्रम में अपने जूनियर्स के प्रोत्साहन हेतु कक्षा 12वीं के छात्रों ने भी तरह-तरह के कार्यक्रम प्रस्तुत कर उन्हे यह संदेश दिया कि हमें अपनी शिक्षा व लक्ष्य के प्रति सदैव तत्पर रहना चाहिए, यह तभी संभव हो सकता है जब हम अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में रहकर पूरी निष्ठा व लगन से अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य नीलेश श्रीवास्तव ने अपने छात्र संबोधन में कहा कि मिलना- बिछड़ना सांसारिक जीवन की रीति रही है परंतु व्यक्ति के जीवन में कुछ ऐसे महान कार्य व अवसर जरूर आते हैं जिसके माध्यम से मानव ही मानव के मन पर अमिट छाप छोड़ देता है। हमें सदैव इसी तरह के सद्कार्यों की ओर प्रेरित होना चाहिए। मैं समझता हूँ कि ये विदाई की घड़ी बड़ी चुनौतीपूर्ण होती है। परंतु इस पर ज्यादा ध्यान न देना ही श्रेयस्कर है। हमें इस व्यथा को भूलकर आगामी परिषद् की परीक्षाओं पर ध्यान केन्द्रित कर विद्यालय, जिला एवं प्रदेश का नाम रोशन कर अपने जीवन मार्ग को प्रशस्त करना है। इसी के साथ उन्होनें समस्त विद्यालय परिवार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके मंगलमय भविष्य की कामना की।