खराब ट्रान्सफार्मरों को समय सीमा के अन्दर बदलना सुनिश्चित किया जाय: मण्डलायुक्त
आजमगढ़। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बुधवार को अपने कार्यालय सभागार में आयोजित विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए समस्त मण्डलीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि विकास कार्यों के प्रति पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाना सुनिश्चित करें। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने विकास कार्यक्रमों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए कहा कि खराब ट्रान्सफार्मरों को काफी विलम्ब से बदले जाने के सम्बन्ध में शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि खराब ट्रान्सफार्मरों को समयान्तर्गत अनिवार्य रूप से बदलना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा किसानों को उपलब्ध कराये जाने वाली सुविधाओं के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुए संयुक्त निदेशक, कृषि को निर्देश दिया कि अनुमन्य सुविधायें कृषकों तक पहुंचाने में सुगमता लाई जाय, ताकि किसान अनावश्यक भाग दौड़ से बच सकें। श्री चौहान ने डे-एनआरएलएम बैंक क्रेडिट लिंकेज में तीनों जनपद की फीडिंग को गलत पाते हुए मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस ओर ध्यान देकर सही फीडिंग करायें, जिससे वास्तविक उपलब्धि परिलक्षित हो सके। उन्होंने मुख्यमन्त्री आवास योजना ग्रामीण की समीक्षा में पाया कि इस योजना के तहत जनपद आजमगढ़ में स्वीकृत 7115 आवासों के सापेक्ष 6937 आवास पूर्ण हुए हैं, जो 97.50 प्रतिशत है तथा बलिया में स्वीकृत 2237 के सापेक्ष 2232 पूर्ण हैं जो 99.78 प्रतिशत है। इसी प्रकार मऊ में स्वीकृत 2726 के सापेक्ष 2692 आवास 98.75 प्रतिशत पूर्ण हुए हैं। उन्होंने बैठक में उपस्थित डीडीओ आजमगढ़ को निर्देश दिया कि इस ओर विशेष ध्यान देकर अवशेष आवासों को शीघ्र पूर्ण करायें।
मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि जनपदों में उपलब्ध एम्बूलेंस 102 व 108 के संचालन की नियमित रूप से चेकिंग करायें। उन्होंने कहा कि कतिपय स्थानों पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र निर्गत होने के तथ्य को गंभीरता से लिया जाय तथा इस ओर सतर्क निगाह रखी जाये। मण्डल के जनपदों में एमएमयू (मोबाइल मेडिकल यूनिट) के कार्यों के सम्बन्ध में अपर निदेशक, स्वास्थ्य ने बताया कि आजमगढ़ में 5, बलिया में 4 एवं मऊ में 2 एमएमयू कार्यरत हैं, जिनके द्वारा आजमगढ़ में 7360, बलिया में 5824 एवं मऊ में 2531 ओपीडी मरीज देखे गये तथा दवाईयॉं वितरित गयी। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मत्स्य पालन को एनआरएलएम से जोड़ने हेतु समूहों को प्रेरित करने पर जोर देते हुए तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही कराने का निर्देश दिया। निर्माण कार्यों की समीक्षा में पाया गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में जनपद आजमगढ़ में 47.42 प्रतिशत, बलिया में 52.56 प्रतिशत एवं 37.71 प्रतिशत परियोजनायें पूर्ण हो चुकी हैं। उन्होंने जिलाधिकारी मऊ को इस ओर ध्यान देकर निर्माण कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने आईजीआरएस सन्दर्भों के सम्बन्ध में समस्त मण्डलीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी सन्दर्भ लम्बित हैं उसे तत्काल पूर्ण गुणवत्ता के साथ निस्तारित करायें। इसके अलावा असन्तुष्ट फीडबैक प्राप्त सन्दर्भों पर भी त्वरित कार्यवाही की जाय। बैठक में जिलाधिकारी आजमगढ़ नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी बलिया प्रवीण कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी मऊ प्रवीण मिश्र, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, अपर आयुक्त-न्यायिक शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, वन संरक्षक डा.बीसी ब्रम्हा, मुख्य अभियन्ता, लोनिवि योगेन्द्र सिंह, डीडीओ आजमगढ़ संजय कुमार सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव, उप निदेशक, मत्स्य डा. आर0के0 गौड़, उप निदेशक, समाज कल्याण सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।