आजमगढ़ : एसकेडी के मातृ सम्मेलन से मिली अनेक उपयोगी जानकारियां

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किसी की जिन्दगी में माता से जो कुछ मिलता है उतना कोई नहीं दे सकता-दिनेश लाल निरहुआ
माता ही पहली गुरू होती है-विजय बहादुर सिंह, संस्थापक


आजमगढ़। जहानागंज क्षेत्र के धनहुआ स्थित एसकेडी विद्या मंदिर में शनिवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए माताओं ने बच्चों के लालन पालन से लेकर उनके करियर तक की अनेक जानकारियों को विषय विशेषज्ञों से लेते हुए विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लुफ्त उठाया। मुख्य अतिथि के रूप में सांसद दिनेश लाल यादव मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण से हुई। स्वागत गान के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बयार काफी देर तक बहती रही। नर्सरी और एलजी के छोटे छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत तेरी उंगलियों पकड़ के चला ग्रुप डांस काफी सराहा गया। यूकेजी और कक्षा प्रथम के बच्चों ने तू कितनी अच्छी है प्रस्तुत किया। कक्षा 5 और छत के बच्चों ने तेरा मुझे है पहले से नाता सामूहिक गायन प्रस्तुत किया। कक्षा 4 व 5 के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नाटक सोशल मीडिया लोगों को काफी भाया। इसी कड़ी में पांच और छ के विद्यार्थियों द्वारा घूमर डांस प्रस्तुत किया जिसे देखते ही लोग झूमने लगे। आगामी होली के त्योहार पर रंग भरी प्रस्तुति में बच्चां ने होली के गाने गाये और मनभावन नृत्य प्रस्तुत किया। अक्षति, दिव्याशीं, अन्वेषा, प्रगति, आदिति, हर्षवर्धन, कृष्ना, अंशिका की प्रस्तुति सराहनीय रही। अपने वक्तव्य में सांसद दिनेश लाल यादव ने कहा कि किसी की जिन्दगी में माता से जो कुछ मिलता है उतना कोई नहीं दे सकता है। अमृत क धार केहु केतनो पियायी एगो माता बिना गाने की बोल सुनते ही लोग झूमने लगे। सांसद ने कहा कि आज पूरा विश्व मातृ शक्ति की महत्ता को पहचान रहा है। कार्यक्रम विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद जनपद के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. दीपक पाण्डेय ने अपने विचारों को रखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य के संबन्धित विषयों पर चर्चा की और माताओं के सभी प्रश्नों का समाधान किया। राजकीय मेडिकल कालेज आजमगढ़ की मनोचिकित्सिका डा. दीपशिखा पाण्डेय ने विभिन्न जानकारियां दी। ईएनटी विशेषज्ञ डा. शरद मिश्रा ने भी विभिन्न जानकारियों से अवगत कराया। जानीमानी समाज सेविका हिना देसाई एवं शिक्षाविद् नूपुर ने भी अपने विचारों को रखा। विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि कोई भी बच्चा अपने माता से जितना सीखता है वह किसी और से नहीं। माता ही पहली गुरू होती है। यदि बच्चा किसी देश का भविष्य होता है तो बच्चा रूपी भविष्य की नींव मां द्वारा बनायी जाती है। आज के सोशल मीडिया वाले दौर में मोबाइल का उपयोग बच्चों द्वारा भी अधिक किया जा रहा है जो समाज के लिए एक समस्या का रूप धारण कर लिया है। मातायें खुद इसका आदी होने से बचे एवं बच्चों को भी बचायें। विद्यालय के प्रधानाचार्य रामजी चैहान ने भी अपने विचारों को रखा। अस अवसर पर पूर्व विधायक रामदर्शन यादव सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीकान्त सिंह, संतोष, नवनीत, दिनेश, वर्तिका, विद्योतमा, रूबी, नेहा, प्रियंका, रंजना, रेनू आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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