आजमगढ़: जीडी ग्लोबल स्कूल में दो दिवसीय संगीत कार्यशाला का हुआ समापन

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राग-भोपाली एवं तुलसीदास के भजन “अवध कौशल्या हरि गोप खिलावे” पर श्रोतागण हुए मंत्र मुग्ध
संगीत व्यक्ति को ऊर्जावान बनाती है-प्रबंधक गौरव अग्रवाल

आजमगढ़। करतालपुर स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में दो दिवसीय संगीत कार्यशाला का समापन हुआ। कार्यशाला का प्रारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीपप्रज्वलन से किया गया। कार्यशाला की प्रशिक्षका श्रीमती कामिनी मिश्रा के साथ विद्यालय के निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल, प्रबंधक गौरव अग्रवाल, प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय एवं उप प्रधानाचार्या श्रीमती मधु पाठक ने दीप प्रज्वलन के साथ कार्यशाला का प्रारंभ किया। विद्यालय की छात्राओं ने कार्यशाला की प्रशिक्षका श्रीमती कामिनी मिश्रा एवं प्रशिक्षक योगेश मिश्रा का स्वागत किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या ने प्रशिक्षकों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। कार्यशाला प्रशिक्षका श्रीमती कामिनी मिश्रा ने संगीत, ताल, सुर, स्वर आदि छात्र-छात्राओं को बारीकियो से समझाया। सूरदास के भजन “जो हम भले बुरे हुए सो तेरे” पर पूरा कार्यक्रम झूम गया। राग-भोपाली एवं तुलसीदास के भजन “अवध कौशल्या हरि गोप खिलावे” पर सभी श्रोतागण मंत्र मुग्ध हो गए। उन्होंने “ऊँ” सस्वर का जाप किया। कक्षा 11 के छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम के समापन पर कार्यशाला प्रशिक्षका को उपहार भेंट किये। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए सभी प्रशिक्षार्थियों का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के प्रबंधक गौरव अग्रवाल ने कहा कि संगीत सुनने से व्यक्ति ऊर्जावान होता है। इससे न केवल तनाव की समस्या को दूर किया जा सकता है बल्कि डिप्रेशन से भी राहत मिल सकती है, तथा वातावरण में पॉजिटिविटी आती है। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने हिंदुस्तानी वोकल की महत्ता बताते हुए कहा कि संगीत बहुत ही शक्तिशाली माध्यम है और सकारात्मक संदेश पहुँचाता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन तथा बढ़ावा देने की भी है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाने का कार्य भी करता है।

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