इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फिर हंगामा, प्रोफेसर ने छात्रों पर बरसाई लाठियां

Youth India Times
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छात्र के निलंबन के विरोध में कर रहे थे प्रदर्शन

इलाहाबाद। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का एक वीडियो इन दिनों काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक प्रोफेसर छात्रों पर लाठियां बरसाते नजर आ रहा है. जानकारी के अनुसार वीडियो में दिख रहे प्रोफेसर का नाम डॉ राकेश सिंह बताया जा रहा है. जो छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर लाठियों से पीटते नजर आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आज उस वक्त हंगामा होते नजर आया, जब एक प्रोफेसर को छात्रों पर लाठियां भांजते देखा गया. जिनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है. फिलहाल वीडियो में दिख रहे प्रोफेसर का नाम डॉ राकेश सिंह है, जो कि हिंदी विभाग के प्रोफेसर होने के साथ ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर भी हैं.
बताया जा रहा है कि छात्र पालिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के एमए फर्स्ट इयर के छात्र हरेंद्र यादव के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. इसे लेकर छात्रों ने पहले यूनियन हॉल गेट पर प्रदर्शन किया और उसके बाद लाइब्रेरी गेट पर प्रदर्शन करने लगे. छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस बुला ली. वहीं पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटा दिया और नारेबाजी कर रहे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर कुछ छात्र चीफ प्राक्टर डॉक्टर राकेश सिंह के सामने खड़े होकर नारेबाजी करने लगे. इस पर प्रोफेसर राकेश सिंह ने लाठी लेकर एक छात्र को जमकर पीट दिया. प्रोफेसर पर कुछ अन्य छात्रों को भी दौड़कर पीटने का आरोप लगा है. प्रोफेसर राकेश सिंह द्वारा छात्रों को लाठी से पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. फिलहाल मामले में छात्रों का आरोप है कि प्रोफेसर राकेश सिंह ने पुलिस की लाठी लेकर गुंडों की तरह उन पर लाठी बरसाई. हालांकि आरोपी प्रोफेसर राकेश सिंह ने छात्रों पर परीक्षा बाधित करने का आरोप लगाया है. उनके मुताबिक छात्र हरेंद्र यादव को निलंबित होने की वजह से परीक्षा से रोका गया था. यूनिवर्सिटी की पीआरओ डॉ जया कपूर के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे लोगों में तमाम बाहरी लोग भी शामिल थे. उनका कहना है कि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को बुलाया गया था. उनके मुताबिक हरेंद्र सिंह नाम के छात्र को कई बार निलंबित किया जा चुका है. उस पर यूनिवर्सिटी के नियमों को तोड़ने छात्रों को भड़काने और तोड़फोड़ के गंभीर आरोप हैं. विश्व विद्यालय में पिछले कुछ महीनों से शांति कायम थी. छात्र संघ बहाली और चार गुना फीस बढ़ोतरी के विरोध में कैंपस में साल भर तक हंगामा हुआ है. वहीं पुलिस ने अब भी कई छात्रों को हिरासत में रखा हुआ है.

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