लोकसभा चुनाव में बड़ा दांव खेल सकते हैं संजय निषाद
बोले-सिंबल पर लड़ेंगे चुनाव
लखनऊ। एनडीए में शामिल निषाद पार्टी यूपी की 37 सीटों पर फोकस कर रही है। पार्टी के मुखिया और प्रदेश के कबीना मंती डॉ. संजय निषाद का कहना है कि इन सीटों पर निषाद मतदाताओं की तादाद साढ़े तीन लाख से ज्यादा है। उन्होंने बीजेपी को बड़ा भाई बताते हुए उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि निषाद पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। डॉ. संजय निषाद ने यूपी में जातीय जनगणना की मांग दोहराई है। हालांकि बिहार की जातीय जनगणना को छल बताते हुए उन्होंने वहां के सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। गोरखपुर में पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. संजय निषाद ने कहा कि बिहार में जाति गणना के नाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धोखा दिया है। उन्होंने पिछड़ों की चुनिन्दा जातियों के समुदाय की गणना की। अनुसूचित जाति में शामिल जातियों की अलग-अलग गणना कराई। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक स्टंटबाजी है। बिहार में निषादों से छल किया जा रहा है। रविवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि सूबे में भी जाति गणना होनी चाहिए। इससे पूर्व जातियों के ढांचे को सही किया जाए। अंग्रेजों ने प्रदेश में 193 जातियों को अपराधी करार देकर जाति गणना से बाहर कर दिया था। निषाद पार्टी लंबे समय से जाति गणना की मांग कर रही है। सात जून 2015 को पार्टी इसी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थी। उस समय सरकार ने गोली चलवाई थी। डॉ. संजय ने कहा कि निषाद पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अपने सिंबल पर लड़ेगी। तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 15 अक्तूबर से प्रदेश के दो-दो मंडलों में संवैधानिक सुरक्षा यात्रा निकाली जाएगी। इसमें बूथ स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा। उन्हें पार्टी द्वारा अब तक किए गए कार्यों और नीतियों की जानकारी दी जाएगी। भाजपा हमेशा बड़े भाई की भूमिका में रही है। विधानसभा चुनाव की तर्ज पर भाजपा लोकसभा चुनाव में भी सम्मानजनक सीट देगी। प्रदेश में लोकसभा की 37 सीटें ऐसी हैं जहां निषाद मतदाताओं की संख्या 3.5 लाख से अधिक है