आजमगढ़: कर्ज की रकम लौटानी न पड़े इसलिए दोस्तों ने की थी हत्या

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पुलिस ने घटना का किया पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान हत्या की घटना में शामिल तीन आरोपियों को प्रस्तुत करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि बीते 25 जून को पवई थाना क्षेत्र के हमजापुर (गोदना) निवासी 32 वर्षीय जितेंद्र कुमार यादव परिजनों को बताए बगैर अपनी बाइक लेकर घर से निकला और फिर वापस नहीं लौटा। इस मामले में पवई थाने में लापता जितेंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। दो दिन बाद दीदारगंज थाना क्षेत्र में आमगांव स्थित नहर से बरामद हुए युवक के शव की शिनाख्त मृतक की मां कृपाली देवी ने मौके पर पहुंच कर मृतक की पहचान अपने पुत्र जितेन्द्र यादव के रूप में की। इस मामले में मृतक पक्ष की ओर से आरोप लगाया गया कि जितेन्द्र को घर से बुलाने वाले उसके दोस्त राकेश चौरसिया उर्फ गुड्डू निवासी ग्राम सजई थाना क्षेत्र फूलपुर व रमाकांत गोंड उर्फ गंगा निवासी ग्राम पियरिया थाना क्षेत्र कप्तानगंज तथा कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर शव को छिपाने के उद्देश्य से नहर में फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपित किए गए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर घटना की छानबीन शुरू कर दी। विवेचना के दौरान इस मामले में जौनपुर जिले के सरपतहां थाना अंतर्गत चिली रामपुर ग्राम निवासी राजू उर्फ राजधारी एवं उसी गांव के सुपारी किलर वीरेंद्र उर्फ बरदा के नाम प्रकाश में आए। पुलिस द्वारा संकलित किए गए साक्ष्यों के आधार पर गुरुवार को पवई थाना पुलिस ने क्षेत्र के लारपुर गौहर गांव के समीप इस घटना में शामिल राकेश चौरसिया उर्फ गुड्डू, रमाकांत गोंड उर्फ गंगा तथा राजू उर्फ राजधारी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों से की गई पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि गिरफ्तार अभियुक्त राकेश चौरसिया उर्फ गुड्डू ने अपने मित्र जितेन्द्र यादव से दस लाख रुपए स्वयं तथा कुछ अन्य लोगों को सात लाख रुपए बतौर कर्ज दिलाया था। राकेश के वाहन चालक रमाकांत उर्फ गंगा तथा राजू उर्फ राजधारी ने भी मृतक से लाखों रुपए कर्ज लिए थे। मृतक जब अपने दिए गए रुपयों की मांग करने लगा तो तीनों ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई और जितेन्द्र का काम तमाम करने के लिए राजू उर्फ राजधारी के गांव के रहने वाले भाड़े के हत्यारे वीरेंद्र उर्फ बरदा को एक लाख रुपए का लालच देकर उसे भी अपनी योजना में शामिल कर लिया। योजना के अनुसार बीते 24 जून को राकेश जितेन्द्र को उसकी प्रेमिका से मिलाने की बात कहकर उसे घर से ले गया। जौनपुर जिले के शाहगंज रेलवे स्टेशन पर योजना में शामिल अन्य लोग भी मिल गए। इसके बाद सभी आरोपी जितेंद्र को लेकर उसके ननिहाल ग्राम मियांपुर निवासी प्रेमिका से मिलाने के बहाने तिसौली नहर मार्ग पर लेकर पहुंचे और जितेन्द्र की गला घोंट कर हत्या करने के बाद शव को नहर में फेंक कर फरार हो गए। बहते हुए शव को दीदारगंज क्षेत्र में नहर से बरामद किया गया। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की निशानदेही पर मृतक एवं घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद कर लिया है। पुलिस को अब इस मामले में पेशेवर अपराधी वीरेंद्र उर्फ बरदा की तलाश है। हत्या के जुर्म में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

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