अनियमितता पाए जाने पर पांच कॉलेजों की परीक्षा निरस्त

Youth India Times
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56 कॉलेजों की कापी जांचने पर रोक
लखनऊ। परीक्षा में अनियमितता पाए जाने पर पांच नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज की परीक्षा निरस्त कर दी गई है, जबकि 56 कॉलेजों की कापियां जांचने पर रोक लगा दी गई हैं। यह कार्रवाई यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी ने सचिव डा. आलोक कुमार ने की है। प्रदेश में नर्सिंग एवं पैरामेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराई गई। परीक्षा के दौरान फैकल्टी कार्यालय में केंद्रीयकृत कंट्रोल रूम बनाया गया। इस कंट्रोल रूम से संबंधित कॉलेजों में परीक्षा की स्थिति की निगरानी की व्यवस्था था। आरोप है कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल की वार्षिक परीक्षा के दौरान आनलाइन कंट्रोल रूम से निगरानी के दौरान मेरठ के मेरठ इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेस एंड हॉस्पिटल, प्रयागराज के आरके स्कूल आफ नर्सिंग कॉलेज, गोरखपुर के बुद्धा पैरामेडिकल कॉलेज, मथुरा के बीडीएम महाविद्यालय और कानपुर के चंदानी चौरिटेबल हॉस्पिटल एंड स्कूल ऑफ नर्सिंग में अनियमतिता मिली। यहां अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पाया गया। उड़न दस्ते ने भी इसकी पुष्टि की। ऐसे में इन सेंटरों की परीक्षा निरस्त कर दी गई है।
यहां कापी जांचने पर रोक-प्रदेश के 56 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेजों की कापी जांचने पर रोक लगा दी गई है। इन कॉलेजों ने परीक्षा होने के बाद कापी भेजने संबंधित निर्देश का पालन नहीं किया है। इसमें सरकारी और निजी दोनों तरह के कॉलेज हैं। उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव डा. आलोक कुमार ने बताया कि सभी कॉलेजों को निर्देश दिया गया था कि परीक्षा खत्म होने के बाद एक घंटे के अंदर सील्ड पैकेट बनाकर पंजीकृत डाक से उत्तर पुस्तिका लखनऊ स्थित फैकल्टी कार्यालय भेजा जाए। 14 कॉलेज निर्धाति तिथि एवं समय पर उत्तर पुस्तिका नहीं भेजे। इसी तरह 42 कॉलेजों ने पंजीकृत डाक के बजाय कोरियर से उत्तर पुस्तिकाएं भेजीं। ऐसे में इन सभी की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन पर रोक लगा दी गई है। इसमें कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, मेरठ, हापुड़, गाजीपुर, बहराइच, बिजनौर, सोनभद्र, प्रयागराज, सीतापुर, रायबरेली, पीलीभीत, अमरोहा, बागपत, शामली, गोंडा, मिर्जापुर, झांसी, सहारनपुर जिले के निजी कॉलेज शामिल हैं।

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