साए की तरह मासूम भाई के साथ रहती है परी

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अचानक हुए बदलाव के बाद जिम्मेदार हो गई बेटी
मैनपुरी। गोकुलपुर निवासी शिववीर ने अपनों का खून बहाया और खुद भी इस दुनिया से चला गया। लेकिन उसके पीछे उसके दो मासूम तीन साल की परी और तीन माह का किट्टू अब घर की तन्हाई के बीच बड़े हो रहे हैं। दादा-दादी की परवरिश के बीच अब उन्हें बड़ा होना है। मां का आंचल भी अभी बच्चों से दूर है। सामूहिक हत्याकांड़ के बाद सुभाष के घर में बदले माहौल के बीच अचानक कुछ और भी बदलता देखा जा रहा है। शिववीर की तीन साल की बेटी परी तीन माह के भाई किट्टू पर अधिक प्यार लुटाने लगी है। पहले जो भाई को मां की गोद में छोड़ कर बाहर खेलने चली जाती थी। अब भाई के दूध पीने आदि का ख्याल रखने लगी है। भाई से ज्यादा समय के लिए दूर भी नहीं होती। एक ओर जहां पिता ने रिश्तों का कत्ल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी वहीं बड़ी हो रही उसकी बेटी रिश्तों के प्रति अचानक से संवेदनशील नजर आ रही है। परिवार के लोगों का अब आस है कि शायद बच्ची और तीन माह का किट्टू पिता के दिए जख्मों को भर सकेंगे।
गांव गोकुलपुर में सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने वाले शिववीर ने अपने परिवार का नाश करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। दो भाइयों, बहू, बहनोई और भाई के एक दोस्त की हत्या कर दी। मामी, पत्नी और पिता को भी मारने की कोशिश की। लेकिन उनकी किस्मत ही कही जा सकती है कि आज वो सभी जिंदा हैं। पांच हत्याओं के दोषी शिववीर को तो उसके किए की सजा मौत के रूप में मिल चुकी है। लेकिन वृद्ध सुभाष तो अपना सब कुछ खो बैठे हैं। तीन जवान बेटे को खोने के बाद वह घर के बाहर चारपाई पर बैठे मायूस से नजर आते हैं। हर आने जाने वाले को देखते जरूर हैं, लेकिन एक लाचार की तरह चुपचाप आंसू बहाते हैं। बता दें कि मैनपुरी के किशनी के गोकुलपुर अरसारा में शनिवार की सुबह बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसा से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया। लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं। पिता ने रोका तो उनके हाथ में भी फरसा मार दिया। वह भी घायल हुए हैं। हत्याओं को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पिता ने कहा कि कर्ज न चुका पाने पर मानसिक रूप से परेशान था, इसीलिए हत्याकांड को अंजाम दिया है। हत्याकांड से गोकुलपुर गांव दहल गया। एडीजी और आईजी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थिति की जानकारी ली। एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि जब तक घायलों को होश नहीं आ जाता तब तक हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सकता। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।

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