थाने में ई-रिक्शा पर कौन आया? देखते ही एसएचओ ने छोड़ दी कुर्सी, दौड़ते हुए पहुंचे गेट पर

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मुरादाबाद। अक्सर थानों और पुलिस चौकियों से फरियादियों को फटाकर कर या उपेक्षित कर लौटाए जाने की खबरें सामने आती हैं। इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठते रहते हैं। ऐसे में कटघर थाने पर घटी एक घटना पुलिस के मानवीय चेहरे को उजागर कर उसकी शान भी बढ़ा रही है। दरअसल यहां ई-रिक्शा पर शिकायत लेकर पहुंचे दिव्यांग भाई बहन को देख एसएचओ खुद अपनी कुर्सी से उठाकर शिकायत सुनने उनके पास तक पहुंच गए। शिकायत गंभीरता से सुनी और उसके निराकरण के लिए अधीनस्थों को निर्देशित किया। किसी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। एसएचओ की यह मानवतावादी कार्यशैली चर्चा का विषय बनी हुई है।
कटघर थाना के महबुल्लागंज निवासी मोनू पैर से दिव्यांग हैं। परिवार में मां, एक बहन और एक भाई समेत कुल चार लोग दिव्यांग हैं। जबकि बड़ा भाई ठीकठाक है। बीते दिन मोनू और उसकी दिव्यांग बहन ई-रिक्शा में सवार होकर कटघर थाने पर पहुंचे। थाने के अंदर घुसने के बाद भाई-बहन के लिए ई-रिक्शा से उतर कर एसएचओ ऑफिस तक जाना चुनौती भरा था। इसी बीच एसएचओ राजेश सिंह सोलंकी की नजर उन पर पड़ गई। दिव्यांग फरियादियों को देख एसएचओ राजेश सिंह सोलंकी अपनी कुर्सी से उठाकर खुद ई-रिक्शा के पास पहुंच गए और दिव्यांग भाई बहन की शिकायत सुनी। दोनों ने बताया कि बड़ा भाई आए दिन शराब पीकर मारपीट करता है। उस पर कार्रवाई की जाए। इस पर एसएचओ ने पूछा कि शिकायत कैसे लिखोगे तो दिव्यांग भाई-बहन ने कहा कि लिखना नहीं आता है। इसके बाद एसएचओ महिला सिपाही को बुलाकर निर्देश दिए कि इनकी शिकायत लिख कर ले लो। बाद में एसएचओ ने कार्रवाई का आश्वासन देकर दोनों को थाने से विदा किया। वहां मौजूद कुछ लोगों ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो बना ली जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वीडियो वायरल होने के बाद लोग कटघर एसएचओ के सरल व्यवहार और मानवतावादी कार्यशैली की प्रशंसा कर रहे हैं।?

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