आजमगढ़ : चार बार खुद एवं एक बार रहा पत्नी का कब्जा

Youth India Times
By -
0

2002 से लेकर 2022 लगातार सुभाष चंद जायसवाल के पास ही है अतरौलिया नगर पंचायत की कमान
रिपोर्ट-शिवशंकर
आजमगढ़। अतरौलिया नगर पंचायत में 2002 में सपा से उस समय के निवर्तमान चेयरमैन रामचंद्र जायसवाल के समर्थित उम्मीदवार के रूप में सुभाष चंद जायसवाल ने अतरौलिया पर अपनी पहली जीत हासिल की उस समय उन्होंने कांग्रेस के केसरी सिंह को हराया था, दूसरी बार 2007 में फिर सपा उम्मीदवार के रूप में सुभाष चन्द्र ने जीत हासिल की। उस समय वह रामचंद्र जायसवाल जो कि उसके पिछले चुनाव में उनका समर्थन किए थे, इस बार वह बहुजन समाज पार्टी से सुभाष के सामने थे, सुभाष चन्द्र ने रामचन्दर को मात देकर अतरौलिया पर अपनी जीत बरकरार रखी।
2012 में अतरौलिया सीट महिला कोटे में होने के कारण सुभाष चंद जायसवाल की पत्नी सावित्री देवी समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवार के रूप चुनाव लड़ी और बहुजन समाज पार्टी के समर्थित रामचंद्र जायसवाल की पत्नी शशिकला देवी को हराकर अपनी जीत बरकरार रखी। 2017 में सुभाष चंद जायसवाल फिर सपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में आये और बहुजन समाज पार्टी के रामचंद्र जायसवाल को मात देकर अपनी जीत को बरकरार रखी। फिर इस बार समाजवादी पार्टी से सुभाष चंद जायसवाल अपनी जीत दर्ज कराते हुए भारतीय जनता पार्टी के धर्मेंद्र निषाद को 364 मतों से हराकर जीत हासिल की। इस प्रकार लगातार पांचवी बार अतरौलिया सीट पर सुभाष जायसवाल ने अपना कब्जा बरकरार रखा।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)