तीन मैसेज के बाद कट जाएगी बिजली

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ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का निर्देश
लखनऊ। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल पर ड्यू डेट के पहले और ड्यू डेट के बाद दो से तीन अलर्ट मैसेज भेजने को कहा है। अंतिम मैसेज भेजने के बाद बिल न जमा करने पर उपभोक्ता का कनेक्शन काट दिया जाए। निर्देश दिए कि किसी भी उपभोक्ता का बिल बनने पर शीघ्र ही उसको कम से कम 6 से 7 अलर्ट मैसेज भेजें जाएं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली उपभोक्ताओं को मोबाइल कम्पनियों की तरह अलर्ट संदेश भेजने के लिए उनके मोबाइल नंबर को बिलिंग सिस्टम में एकीकरण करने के अभियान की मंगलवार को शक्ति भवन में शुरुआत की। इस व्यवस्था से प्रदेश के तीन करोड़ उपभोक्ताओं को फायदा होगा। अब वे जहां भी होंगे उनकी विद्युत व्यवस्था, बिल, कनेक्शन, डिस्कनेक्शन एवं अन्य समस्याओं के संबंध में उनके मोबाइल पर मैसेज मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 दिन चले केवाईसी अभियान के दौरान 2.50 करोड़ उपभोक्ताओं का केवाईसी अपडेट किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी त्योहारों के मद्देनजर प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों में निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए तथा इसमें कहीं पर भी ढिलाई न बरतें। फाल्ट की सूचना पर तत्काल टीम भेजकर आपूर्ति ठीक कराएं।
ऊर्जा मंत्री ने राजस्व वसूली के कार्यों में और तेजी लाने तथा कामर्शियल टीम को 24 घण्टे कार्य में एक्टिव रखने को कहा। उन्होंने कहा कि बड़े बकायेदारों से वसूली के लिए विशेष रूप से सम्पर्क करें। फोन करके रातों की उनकी नींद उड़ाने की तैयारी करें। उन्होंने लाइन लॉस कम करने तथा विद्युत चोरी रोकने के निरन्तर प्रयास करने को कहा। उन्होंने मार्च में मात्र 25 प्रतिशत राजस्व वसूली पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि इस महीने के बाकी दिनों में मासिक लक्ष्य की वसूली को पूरा करें।
उन्होंने कहा प्रदेश में निकाय चुनाव शीघ्र ही होने वाले हैं। इस वजह से नवसृजित व नवविस्तारित नगरीय निकायों में विद्युत व्यवस्था को बहाल करने के लिए शुरू किए गए कार्यों में तेजी लाई जाए। पैसे की कमी नहीं है। इसके लिए 1096 करोड़ रुपये दिये गये हैं। उन्होंने विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए संचालित आरडीएसएस स्कीम के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए, जिससे कि जनता को इसका शीघ्र ही लाभ मिले।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश के फीडर व उपकेन्द्र मिलाकर कुल 32 हजार छोटी-बड़ी इकाइयां हैं, जहां से विद्युत आपूर्ति की जाती है। हड़ताल के दौरान ज्यादा से ज्यादा ऐसी 400 यूनिट ही बंद थीं, जो कि पूरे प्रदेश के विद्युत व्यवधान का एक प्रतिशत से भी कम मात्र 0.8 प्रतिशत रही।?दउन्होंने कहा कि 19 मार्च को अपराह्न 3 बजे हड़ताल समाप्ति के पश्चात जहां कहीं पर भी विद्युत बाधित थी वहां सभी जगह 10 घंटे में विद्युत आपूर्ति रात्रि में ही बहाल करा दी गई थी। प्रदेश में बेमौसम बारिश, आंधी व ओलावृष्टि के कारण जहां कहीं पर भी विद्युत व्यवधान हुआ उसे भी ठीक कराने की कोशिश की गई। फिर भी कहीं पर भी खराब मौसम के चलते आपूर्ति में गड़बड़ी या फॉल्ट की शिकायतें हो तो पीड़ित उपभोक्ता शीघ्र ही टोल फ्री नम्बर 1912 पर सम्पर्क करें।

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