सॉरी...पापाः आपकी अच्छी बेटी नहीं बन पाई

Youth India Times
By -
0

सुसाइड नोट लिख फंदे पर झूली बीकॉम की छात्रा
लखनऊ। बच्चों पर अच्छा करने का दबाव इस कदर हावी है कि ये कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाता है। कभी यह दबाव घर से मिलता है तो कभी बच्चे खुद-ब-खुद ही इसे लेते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया इंदिरानगर से, जहां बीकॉम की छात्रा हेमू गुप्ता (21) ने फांसी लगा ली। सुसाइड नोट में लिखा पापा आपकी अच्छी बेटी नहीं बन पाई... सॉरी। इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह के मुताबिक, हेमू पढ़ाई के साथ बैंकिंग की कोचिंग भी कर रही थी। पिता संजय कुमार गुप्ता नारियल व पन्नी का व्यापार करते हैं। मां सीमा देवी घर के नीचे दुकान पर बैठती हैं। संजय ने बताया कि बेटी कुछ दिनों से काफी परेशान थी। स्कूल कोचिंग भी नहीं जा रही थी। कई बार वजह पूछी, लेकिन कुछ बताया नहीं। शनिवार दोपहर मां ने नीचे दुकान से हेमू को फोन किया। जवाब नहीं मिलने पर कमरे में गईं तो बेटी फंदे से लटकता मिली। यह देख बेसुध होकर गिर पड़ीं। इंस्पेक्टर के मुताबिक, शव के पास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि न मां-बाप की अच्छी बेटी बन पाई न अच्छी बहन। जिंदगी से तंग आ गई हूं... सॉरी। मृतका चार बहनों में सबसे बड़ी थी। बीकेटी के गुमानी पुरवा निवासी अंशिका उर्फ सोनम यादव (19) ने शुक्रवार शाम को फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक, युवती बीए की छात्रा थी और कुछ दिनों से अवसाद में थी। भाई शैलेंद्र ने बताया कि मां गीता देवी सामान खरीदने गई थीं। घर में भतीजा था। इस दौरान सोनम ने फांसी लगा ली। भतीजे ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शैलेंद्र ने बताया कि बहन का काफी दिनों से इलाज चल रहा था। पिता रामसमुझ यादव पान की दुकान लगाते हैं।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)