आजमगढ़: संस्कृत से ही संस्कृति की रक्षा संभव-अखिलेश मिश्र

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बाल्मीकि जयंती के अवसर पर मंडल स्तरीय प्रतियोगिता का किया उद्घाटन
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगी 8 अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर आयोजित संस्कृत प्रतियोगिता में करेंगे प्रतिभाग
आजमगढ़। संस्कृत से ही संस्कृति की रक्षा संभव है यह देवभाषा है और बाल्मीकि जी आदि कवि हैं। दोनों को जाने बिना जीवन अधूरा है, इसलिए संस्कृत के उत्थान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश सरकार भी संस्कृत के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं संस्कृत के उत्थान के लिए रुचि ले रहे हैं।
मंगलवार को श्री सनातन संस्कृत कॉलेज आजमगढ़ में बाल्मीकि जयंती के अवसर पर मंडल स्तरीय प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य अखिलेश मिश्र गुड्डू एवं पूर्व विधायक रामदर्शन यादव ने कही। वक्ताओं ने कहाकि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है इसे जीवंत रखने के लिए सभी को संकल्पित होना होगा। इस अवसर पर आयोजित गीत प्रतियोगिता में महिमा बागेश्वरी प्रथम, सिद्धि पांडेय द्वितीय एवं अलीना खातून तृतीय स्थान पर रहे। अंताक्षरी प्रतियोगिता में निशांत शुक्ल प्रथम, संध्या यादव द्वितीय एवं रिया चौरसिया तृतीय स्थान पर रहे। वहीं भाषण प्रतियोगिता में सपना मिश्रा प्रथम, कुमारी मधु द्वितीय एवं निधि गोंड तृतीय स्थान पर रहे।
इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगी 8 अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर आयोजित संस्कृत प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। प्रतियोगिता में निर्णायक रूप में वेद प्रकाश पांडेय, प्रतिभा उपाध्याय, डॉ देवेश मिश्रा, शिव सहाय पांडेय, विजय प्रकाश मिश्र, ऋषिकेश मिश्र, आदेश मिश्र, डॉक्टर शिवाकांत पांडेय एवं राजीव चौबे आदि रहे। कार्यक्रम का संचालन मंडल संयोजक बाबूनंदन मिश्र ने किया और अतिथियों का स्वागत डॉ वेदप्रकाश उपाध्याय ने किया। संस्था के प्राचार्य आनंद कुमार उपाध्याय ने आगत अतिथियों, निर्णायकों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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