मऊ : दुष्कर्मी कालेज प्रबंधक गया जेल

Youth India Times
By -
0

दलित शिक्षिका को ज्वाइनिंग के नाम पर घिनौनी वारदात को दिया था अंजाम
पुलिस ने पुलिस ऑफिस के सामने से धर दबोचा
मऊ। रानीपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी दुष्कर्मी कालेज प्रबंधक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। सरायलखंसी पुलिस ने पुलिस आफिस के सामने से दोपहर में उसे धर दबोचा। आरोपी के खिलाफ रानीपुर थाने में मुकदमा दर्ज है। उसने झांसी की दलित अध्यापिका को ज्वाइन कराने के नाम पर लखनऊ से अपने साथ अपने घर में घिनौनी वारदात को अंजाम दिया था। एक लाख रुपये भी वसूल लिया था। चार लाख व आठ माह की तनख्वाह की और डिमांड थी। दो दिन पूर्व रानीपुर थाना पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद प्रबंधक की तलाश में उसकी एक भी रिश्तेदारी शायद ही बची हो, जहां छिपे होने की अंदेशा में पुलिस ने छापेमारी न की हो।
रानीपुर थानाध्यक्ष बृजमोहन सरोज ने सरायलखंसी में उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की। उसके खिलाफ दुष्कर्म सहित कई गम्भीर धाराओं के साथ एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना सीओ मुहम्मदाबाद गोहना नरेश कुमार कर रहे हैं। पीड़ित 25 वर्षीय अध्यापिका झांसी की रहने वाली है। आरोपी आलोक सिंह श्रीमती गुजराती देवी महिला इंटर कालेज फतेहपुर का प्रबंधक है। पीड़िता की माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नियमानुसार व जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेशानुसार उक्त कालेज में अध्यापक के रुप में नियुक्ति हुई। नियुक्ति पत्र प्रबंधक आलोक सिंह को व्हाटसएप पर दो जुलाई को ही मिल गया। युवती के घर यह पत्र नौ जुलाई को पहुंचा। साथ चलने को बुलाया लखनऊ व्हाटसएप पर अध्यापिका की नियुक्ति का पत्र मिलने के बाद आलोक सिंह ने उसके नंबर पर काल किया। उसके भाई से बात हुई। उसने कहा कि मैं लखनऊ हूं। तुम्हारी बहन को ही ज्वाइन कराने मऊ जाना है। ऐसे में तुम लोग लखनऊ आ जाओ। साथ चलकर उसे ज्वाइन करा देता हूं।
युवती अपने भाई के साथ पांच जुलाई 2022 झांसी से निकली और लखनऊ प्रबंधक के आवास पर पहुंची। टायलेट पर नहीं रोकी कार वहां से वह उन्हें इनोवा कार से लेकर मऊ के लिये चला। युवती का कहना है कि रास्ते में उसने बाथरुम करने के लिये गाड़ी रोकने को कहा तो प्रबंधक ने टायलेट में बाथरुम न होने की बात कही। कुछ देर बाद सड़क पर गाड़ी रोककर किनारे जाकर बाथरुम करने को कहा। वह सड़क किनारे बाथरुम को बैठी तो प्रबंधक अपनी गाड़ी के शीशे में उसे देखता रहा। छह जुलाई की दोपहर फतेहपुर आने पर प्रबंधक युवती व उसके भाई को कालेज के बगल में स्थित अपने घर ले गया। प्रधानाचार्य बनाने का दिया झांसा वहां युवती का डाक्यूमेंट देखा और उसके भाई को चपरासी के साथ फोटो स्टेट कराने के लिये 20 किलोमीटर दूर भेज दिया।
इधर युवती को पांच साल में प्रधानाचार्य बना देने का झांसा दिया। ज्वाइनिंग के नाम पर उनके पास मौजूद 50 हजार रुपये ले लिया। इसके बाद दबाव बनाकर घर से 50 हजार और मंगवाकर ले लिया। एक लाख लेने के बाद वह और चार लाख तथा आठ महीने की तनख्वाह मांगने लगा। युवती ने प्रधानाचार्य बनने से मना किया तो उसने पिटाई कर उसे दहशत में ला दिया। कपड़ा उतारवाकर नग्न कर दिया। उसके साथ मुंह काला किया। इसके बाद कालेज में युवती को ज्वाइन कराने के बाद वह उससे छेड़छाड़ करता रहा। उसके साथ गलत कृत्य करते समय वह उसका मोबाइल व पर्स जमा करा लेता था। पुलिस के मुकदमा दर्ज होने की जानकारी होते ही आरोपी प्रबंधक फरार हो गया।

Tags:

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)