आजमगढ़: मुठभेड़ में नानी-नातिन का हत्यारा जख्मी

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दीदारगंज डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा

पर्दाफाश करने वाली टीम को सवा लाख ईनाम की घोषणा
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। दीदारगंज थाना क्षेत्र के गुवांई गांव में 12 मार्च की दरमियानी रात घर में सोई नानी व नातिन की निर्मम हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। इस वारदात को अंजाम देने वाला दरिंदा सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गिरफ्तारी के दौरान भागने के प्रयास में पुलिस पर की गई फायरिंग के दौरान हुई जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से हत्यारोपी भी जख्मी हो गया। पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही पर मृतकों के घर से लूटे गए 9 लाख 64 हजार रुपए जेवर तथा वारदात में प्रयुक्त आला कत्ल हथियार भी बरामद कर लिया है।
गौरतलब है कि बीते 12 मार्च की रात दीदारगंज क्षेत्र के गुवांई ग्राम निवासी 50 वर्षीय लीलावती देवी उसकी 12 वर्षीय नातिन आंचल की निर्मम हत्या कर दी गई थी। घटना के समय दोनों घर में अकेली थी। डबल मर्डर की यह घटना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। घटना के पर्दाफाश हेतु पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पुलिस की चार टीमें गठित की थी। हत्यारे की टोह में लगी पुलिस टीम को सोमवार को दिन में सूचना प्राप्त हुई की डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाला युवक क्षेत्र के अरनौला गांव के पास मौजूद है और कहीं भागने की फिराक में साधन का इंतजार कर रहा है। बिना देर किए पुलिस बताए गए स्थान पर पहुंची और बताई गई हुलिया के आधार पर वहां मौजूद युवक को दबोच लिया गया। तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 74 हजार रुपए व मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए। पकड़े गए युवक से की गई पूछताछ के दौरान उसने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि लूट के इरादे से उसने वारदात को अकेले ही अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि मीका लीलावती ने गांव के ही एक व्यक्ति के खेत की रजिस्ट्री कराने के लिए इकट्ठा की गई रकम अपने घर में रखी थी। लाखों रुपए के सौदे की जानकारी के बाद उसी गांव के रहने वाले चन्द्रजीत पुत्र लालधारी चौहान की नीयत गंदी हो गई। रकम हथियाने की फिराक में रहा चन्द्रजीत 12 मार्च की देरशाम लीलावती के घर का चौनल खुला देख मौका पाकर घर में घुसा और बरामदे में रखे तख्त के नीचे छिप गया। रात में लीलावती घर के मुख्य दरवाजे पर ताला जड़कर नातिन के साथ घर में सोने चली गई। देर रात जब महिला लघुशंका के लिए अपने कमरे से निकलकर आंगन में पहुंची तभी घात लगाए हत्यारे ने उसके सिर पर पीछे से लोहे की पाईप से प्रहार कर दिया। चोट लगने के बाद वह किसी तरह संभली और बचाव के लिए घर में मौजूद हंसिया (पहंसुल) उठा लिया। महिला की चीख सुनकर उसकी नातिन भी वहां आ गई। दोनों हत्यारे से अपनी ताकत भर लड़ीं लेकिन दरिंदे ने उसी हंसिए से नानी और नातिन की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद वह पूरे इत्मीनान से बक्से आदि को घर में मौजूद चाभी से खोलकर उसमें रखे रुपए और जेवरात समेट लिया। अपने मंसूबे में सफल होने के बाद हत्यारोपी मकान की छत पर गया और घर के बगल में स्थित अमरूद के पेड़ के सहारे नीचे उतर कर फरार हो गया। लूटे गए जेवर, घटना में प्रयुक्त हथियार आदि उसने क्षेत्र के बैरकडिह गांव के पास छिपा दिया। पूछताछ में इस जानकारी के बाद पुलिस उसे लेकर बरामदगी के लिए उस स्थान पर गई। नकदी, जेवर आदि बरामद कराने के दौरान आरोपी ने वहां रखे असलहे से पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी कार्रवाई में आरोपी चन्द्रजीत के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस ने घायल की निशानदेही पर लूटे गए नौ लाख 64 हजार रुपए, जेवर तथा हथियार बरामद कर लिए। घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के लिए चुनौती रही इस घटना के खुलासे में लगी पुलिस टीम को एडीजी, डीआईजी व एसपी की ओर से कुल सवा लाख रुपए ईनाम की घोषणा की है।

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