आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के भ्रष्टाचार पर डीएम की नजर

Youth India Times
By -
0

एडीएम व एक्सईएन करेंगे हरितपट्टी में अवैध निर्माण की जांच
आजमगढ़। एडीए (आजमगढ़ विकास प्राधिकरण) के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार की शिकायत और प्रतिबंधित हरितपट्टी क्षेत्र में अवैध रूप से हो रहे निर्माण को डीएम अमृत त्रिपाठी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) और लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन की दो सदस्यीय टीम गठित की है। यदि जांच आख्या में संलिप्तता पाई गई तो एडीए के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई एवं विजिलेंस से जांच की संस्तुति की जाएगी। जनसुनवाई में जिलाधिकारी से शहरी क्षेत्र के कुछ व्यक्तियों ने मौखिक रूप से एडीए के जेई, एई व दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खिलाफ मौके पर जाकर पैसे के नाम पर नोटिस देने और काम रोकवाने सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे। डीएम ने एडीए सचिव बैजनाथ को भी तलब किया और उनसे जानकारी ली। एडीए सचिव ने भी जनता की मौखिक शिकायत के आधार पर एई, जेई व दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की। इस पर डीएम ने दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अपने कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। दो अफसरों की टीम की जांच आख्या में यह देखा जाएगा कि एडीए का किस कर्मचारी ने विभागीय कार्यों के दायित्वों का निर्वहन नहीं किया और प्रतिबंधित हरितपट्टी क्षेत्र में उनकी अनदेखी से अवैध निर्माण हो गए। सरकारी विभागों में कथित भ्रष्टाचार की शिकायत को भी जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों में एंटी करप्शन सेल के अधिकारी का मोबाइल नंबर सभी विभागों में चस्पा किया जाएगा। व्यापक प्रचार-प्रसार करके काम के नाम पर धनउगाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि जनता दर्शन में कुछ लोगों ने एडीए के दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र में विभिन्न तरह से प्रताड़ित किए जाने की मौखिक शिकायत की थी। उस आधार पर एडीए सचिव ने भी इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। प्रकरण की जांच के लिए दो अधिकारियों की जांच टीम गठित की गई है। आख्या के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)