सेना दिवस पर बज़्म ए ख़वातीन ने सी डी एस रावत को पेश की खिराज ए अकीदत

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लखनऊ। बज़्म ए ख़वातीन के तत्वधान में जनवरी 15 को जानना पार्क अमीनाबाद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में बेगम शहनाज़ सिदरत मे सेना दिवस के मौके पर जवानो के अदम्य सहस व शौर्य को सलाम किया और अन्य बज़्म ए ख़वातीन की मेंबर्स के साथ दो मिनट का मौन रख कर जनरल बिपिन रावत को खिराज ए अकीदत पेश की | उन्होने कहा की हमारा देश का भविष्य सेना के जवानो तथा हमारे समाज के नौजवानो के ऊपर है और इन्ही लोगों को देश को आगे ले कर जाना है |उन्होने नौजवानो को स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेने के लिया कहाँ और बताया की अब जब समाज में ख़वातीनो की संख्या मर्दों से ज़्यादा है ( यानि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार अब हर 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हैं) तब सरकार ने भी लड़कियॉं की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का प्रावधान (बाल विवाह निषेध (संशोधित) विधेयक, 2021) कर बेटियों को आगे आने का अवसर दिया है |
कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए अनवर जहाँ ने सेना दिवस पर बोलते हुए कहा की भारतीय सैनिक हमेशा प्राकृतिक आपदा के साथ ही भारतीय सीमाओं पर हर वक़्त लड़ने के लिए तैयार रहते है इसीलिए हर साल जनवरी 15 को सम्मानपूर्वक भारतीय सेना के हिम्मत और जज्बा को देखते हुए सेना दिवस मनाया जाता है । अनवर जहाँ यौम ए जम्हूरियत (गणतंत्र दिवस) की बधाई देते हुए लोगो से से अपील की कि वो समाज में कौमी एकता व रवादारी बनाये रखें और आने वाली नस्लों को भी अमन और प्रेम का सन्देश दे | अर्शिया बनो ने हाल ही में हुए राष्ट्रीय एकता दिवस पर बोलते हुए स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला और कहा की स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी, 1863 ई. में कोलकाता के एक क्षत्रिय परिवार में श्री विश्वनाथ दत्त के यहाँ हुआ | आगे चल कर विवेकानंद जी के सिद्धांत और आदर्श जिनके लिए वह जीते थे; वे भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का एक बहुत बड़ा स्रोत बने |
कार्यक्रम के दौरान अर्शिया बानो ने नात और सलीमा ने कफ चलेग हम फ़िदा जान ओ तन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों गए कर सेना के जवानो के प्रति आभार व्यक्त किया |

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