आजमगढ़: सत्संग से विवेकरूपी सत्पुत्र का होता है जन्म-पं0 गर्गाचार्य

Youth India Times
By -
0

आजमगढ़। जहानागंज विकास खण्ड के भागवत गांव में श्रीमद भागवत महापुराण कथा के संगीत में प्रवचन के माध्यम से काशी से पधारे पं गर्गाचार्य जी महाराज ने भागवत कथा सुनाते हुए आत्मदेव व धुंधली की कथा का वर्णन करते हुए बताए कि आत्मदेव ने जब सन्त से पुत्र की कामना किए तो सन्त ने कहा कि आप पुत्र की कामना क्यो करते हो पुत्र से क्या सुख मिलेगा।आत्मदेव ने सन्त से कहा कि मुझे पुत्र नही मिला तो मै आपके चरणो मे आत्मदाह कर लूंगा। इस पर सन्त ने अपने झोला से फल निकाल कर दिए कि अपनी पत्नी को खिला दो ,लेकिन आत्मदेव की पत्नी ने वह फल गौ माता को खिला दी जिससे गौ से गोकर्ण पैदा हुई। धुंधली ने अपनी बहन से पुत्र ली जो धुंधुकारी हुए जो महाखली और अत्याचारी था जो माता पिता को कष्ट पहुचाता था इसलिए पिता आत्मदेव ने घर का त्याग कर दिए और वन मे चले गए। इस मौके पर आयोजक शिवप्रकाश चौबे ने आए सभी आगन्तुक का आभार प्रकट किए। इसके बाद आरती तथा प्रसाद वितरण हुआ। इस मौके पर ओम प्रकाश चतुर्वेदी डा,सुनील चौबे पूर्व प्रधान प्रेमप्रकाश चतुर्वेदी जय प्रकाश चौबे नमो प्रकाश अनिल सिंह,कमलेश पांडेय,भूपेंद्र नाथ मिश्र,कृण्णानन्द विश्वकर्मा,राजेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)