दुष्कर्मी कोतवाल भेजा गया जेल

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मदद के बहाने दहेज पीड़िता के साथ किया रेप
लखनऊ। इटावा में तैनाती के दौरान एक दहेज उत्पीड़न की शिकार नवविवाहिता की मदद के बहाने इंस्पेक्टर ने होटल में बुलाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। विवाहिता के गर्भवती होने पर मामले का खुलासा हुआ। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर को महोबा जिले की कुलपहाड़ कोतवाली से हिरासत में ले लिया। जिस समय नवविवाहिता के साथ दुष्कर्म हुआ, वह नाबालिग थी,इसलिए इंस्पेक्टर पर बलात्कार के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा भी लगी है। पूछताछ के बाद इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इटावा जिले के भरेह थाना क्षेत्र के एक गांव की नवविवाहिता ने एसएसपी जय प्रकाश को तहरीर देकर बताया था कि कुछ समय पूर्व उसने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत भरेह थाने में की थी, जिसपर पुलिस ने समझौता करा दिया था। भरेह थाना में तैनात रहे थाना प्रभारी महेंद्र प्रताप सिंह का तबादला बाद में चकरनगर थाने में हो गया। पीड़िता की ससुराल चकरनगर में ही है। पीड़िता के मुताबिक वहां पहुंचने पर आरोपी थाना प्रभारी ने जबरदस्ती उसके ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया और उसपर थाने आने का दबाब बनाने लगा। 28 जनवरी को वह थाने पहुंची तो इटावा कोर्ट में बयान देने के लिए चलने को कहा। उसदिन बयान न होने की बात कहकर इंस्पेक्टर स्टेशन रोड स्थित एक होटल में उसे ले गए। वहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसकी अश्लील फोटो और मोबाइल से वीडियो बनाया। मामले की शिकायत करने पर पति को जेल भेजने की धमकी दी। 7 फरवरी को फिर इटावा के एक होटल में बुलाकर महेंद्र प्रताप सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने 4 अक्तूबर को तत्कालीन एसएसपी को अर्जी दी थी। मामले की जांच सीओ राकेश वशिष्ठ को सौंपी गई थी। कोई कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने गुरुवार को एसएसपी जय प्रकाश सिंह को तहरीर दी थी। एसएसपी ने बताया कि मामले में सिविल लाइन थाने में आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।इटावा से दारोगा महेंद्र पाल सिह का स्थानांतरण महोबा हो गया। महोबा की कुलपहाड़ कोतवाली में तैनात महेन्द्र पाल सिंह को भनक ही नहीं लगी कि उनके खिलाफ कार्रवाई होने जा रही है। इटावा एसएसपी के कार्रवाई के निर्देश के बाद इटावा से आई पुलिस टीम कुलपहाड़ कोतवाली पहुंचकर आरोपी इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर इटावा ले गई।नवविवाहिता के साथ जिस समय दुष्कर्म हुआ, उस समय वह नाबालिग थी। घटना के समय पीड़िता की उम्र 17 साल 5 महीने व 7 दिन थी। पीड़िता ने इटावा एसएसपी के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व महिला आयोग से भी शिकायत की थी। ट्विटर पर मामले के वायरल होने के बाद पुलिस को हरकत में आना पड़ा। पीड़िता के नाबालिग होने के कारण इटावा पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर महेन्द्र पाल सिंह के खिलाफ बलात्कार व पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूछताछ के बाद इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

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