आजमगढ़: जेल में निरुद्ध बुजुर्ग बंदी की टूटी सांस, परिजन रहे अनजान

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धोखाधड़ी के मामले में एक वर्ष से बंद था मृतक
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। एक वर्ष पूर्व जीयनपुर कोतवाली में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में पकड़े गए 100 वर्षीय बुजुर्ग का परिवार इस बात से अनजान रहा। न्यायिक अभिरक्षा में रहे बुजुर्ग बंदी ने गुरुवार की रात दम तोड़ दिया। पुलिस द्वारा दी गई सूचना के बाद शुक्रवार को जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों को सारी बात से अवगत कराया गया। इसके बाद मृतक के दो बेटों की आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
मऊ जिले के दोहरीघाट थाना अंतर्गत बरथापुर निवासी 100 वर्षीय राजदेव यादव के खिलाफ विगत 18 नवंबर 2020 को जीयनपुर कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस बात से राजदेव के परिजन अनजान रहे। जिला कारागार में निरुद्ध बुजुर्ग बंदी की हालत गुरुवार की रात अचानक बिगड़ी और उन्हें उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल लाया गया। बताते हैं कि अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस बाबत पुलिस द्वारा दी गई सूचना पाकर शुक्रवार की सुबह मृतक के दो पुत्र हरिकांत व पांचू अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे सारी हकीकत जानने के बाद उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस संबंध में मृतक के पुत्र हरिकांत का कहना था कि पिताजी अक्सर लंबे समय तक घर से बाहर रहते थे। इस वजह से परिवार के लोग उनसे बेपरवाह रहते थे। धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाबत पूछे जाने पर परिवार के लोगों ने अनभिज्ञता जाहिर की।

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