आजमगढ़: रात के अंधेरे में चल रहा था नगर पालिका के भ्रष्टाचार का खेल

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सभासदों ने खोली पोल: नरौली पुल पर लगी सोलर लाइट खुलवा रहा था पालिका प्रशासन
आजमगढ़। नगर पालिका प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। नगर पालिका क्षेत्र में जनता द्वारा चुने गए सभासदों ने पालिका प्रशासन द्वारा नगर के नरौली क्षेत्र में तमसा नदी पर बने पुल पर लगी सोलर लाइटों को रात के अंधेरे में उतारे जाने का कृत्य मोबाइल कैमरे में कैद किया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला बीते गुरुवार की रात हुआ बताया जा रहा है। सभासदों ने पालिका प्रशासन पर सोलर लाइट की खरीद के प्रकरण में करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान किए जाने का आरोप लगाया है। हालांकि मामले की प्रशासनिक जांच इन दिनों चल रही है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के संबंध में शहर के बदरका वार्ड के सभासद मोहम्मद तारिक एवं नरौली वार्ड के सभासद संतोष सोनकर का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा एपीजे अबुल कलाम सौर पुंज योजना के अंतर्गत लगभग चार करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से सोलर लाइटों की खरीद की गई थी। बाजार में इन सोलर लाइटों की कीमत 10 से 11 हजार रुपए के बीच है। जबकि पालिका प्रशासन द्वारा 24500 रुपए प्रति सोलर लाइट के हिसाब से खरीदी गई सोलर लाइटों का भुगतान किया गया। इस प्रकरण की शिकायत सभासदों द्वारा जिला प्रशासन से की गई। मामले की जांच अभी चल रही है। गुरुवार की रात इन सभासदों को जानकारी मिली कि पालिका प्रशासन द्वारा कुछ बाहरी लोगों की मदद से नरौली पुल पर लगाई गई सोलर लाइटों को रात के अंधेरे में उतारा जा रहा है। देर रात सभासद द्वय मौके पर पहुंचे और सोलर लाइट उतार रहे लोगों से जब इस बाबत जानकारी मांगी तो उन्होंने चुप्पी साध ली। दबाव बनाने पर उन्होंने पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि द्वारा जारी किया गया हस्ताक्षरयुक्त लेटरपैड सभासदों को सौंप दिया। दबाव बनाने पर सोलर लाइट उतार रहे लोगों ने बताया कि इन लाइटों को शहर क्षेत्र में दूसरे स्थानों पर लगाने के लिए मौखिक आदेश दिया गया था। पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा यह जो पत्र हमें दिया गया है, यह इसलिए कि यदि रात में कोई सोलर लाइट उतारने के संबंध में पूछताछ करे तो उसे दिखाने के काम आएगी। सभासद का आरोप है कि नगर के तमाम पुलों पर पालिका प्रशासन द्वारा लगाए गए सोलर लाइटों का भुगतान किया जा चुका है। अब इन लाइटों को उतारकर शहर के दूसरे स्थानों पर लगाने के बाद उनका फर्जी भुगतान किए जाने का प्रयास चल रहा था। इस संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से संपर्क साधने का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल स्विच आफ मिला। सोलर लाइट के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो इन दिनों नगर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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