आजमगढ़: आवास के लिए दर-दर भटक रही महिला

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टूटी मंडई में छोटे बच्चों संग गुजारा करने को मजबूर
किसी अनहोनी के इंतजार में बैठे हैं जिम्मेदार
रिपोर्ट-शुभम मद्धेशिया
आजमगढ़। अतरौलिया क्षेत्र के हैदरपुर गांव निवासी गीता यादव पत्नी ज्ञानचंद को अभी तक शासन द्वारा आवास नहीं नसीब हुआ। शासन द्वारा यह दावा किया जाता है कि 2022 तक सब को पक्का मकान देंगे, जिसके क्रम में 50 प्रतिशत मकान देने का कार्य पूरा होने का शासन द्वारा दावा भी किया जाता है, लेकिन हैदरपुर गांव निवासी गीता यादव ने बताया कि टूटी मंडई में किसी तरह छोटे-छोटे बच्चों संग गुजारा करती है। बारिश के मौसम में घर में पानी जमा हो जाता है जिससे खाने पीने की बहुत तकलीफ होती है। अभी तक गांव के प्रधान तथा ग्राम सचिव पीड़ित गीता यादव के घर तक नहीं पहुंचे। ऐसे में पीड़ित गीता यादव यह आस लगाए बैठी है कि प्रदेश सरकार द्वारा उसे आवास दिया जाएगा। गीजा जिस झोपड़ी में चूल्हा जलाकर खाना बनाती है उसमें पानी लगने की वजह से कभी-कभी भूखा सोना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कई बार लोगों को आवास के नाम पर कागज दिया लेकिन कुछ भी पता नहीं मुझे क्यों मकान नहीं दिया जा रहा। जिम्मेदारों की कार्यशैली से यह प्रतीत हो रहा है कि वह किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं।

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