दारोगा की वर्दी में खुद को एसएसपी बताकर कर रहा था वसूली, गिरफ्तार

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बरेली। एसएसपी जालौन बनकर धोखेबाज ने पीसीएस की ऑनलाइन पढ़ाई कर रही युवती और उसके भाई को दरोगा की नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी की कोशिश की। जब वह रुपये लेने कचहरी पर आया तो संदेह होने पर उसे पकड़ लिया गया। पीटने के बाद कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। इज्जतनगर में करमपुर चौधरी निवासी भीम भास्कर ने बताया कि उनकी बहन विशाखा ऑनलाइन पीसीएस की कोचिंग लेती है। बहन के कोचिंग ग्रुप में भीम भास्कर ने अपना मोबाइल नंबर जोड़ा हुआ था। आगरा के गांव विक्रमपुर निवासी राजतिलक ने उनके कोचिंग ग्रुप से जुड़े हुये नंबर पर मैसेज किया। इसके बाद में कॉल की। राज तिलक ने फोन पर कहा कि वह जालौन के एसएसपी हैं। पुलिस मुख्यालय में भी रह चुके हैं। आरोपी ने कहा कि वह उसकी एसआई के पद की नौकरी पर लगवा देगा। इसके बाद भीम भास्कर व उनकी बहन विशाखा दोनों ही पुलिस में भर्ती हो जायेगी। उन्होंने आरोपी से फोन कर मिलने को कहा तो आरोपी राजतिलक मिलने करमपुर आया।

दरोगा की वर्दी में एसएसपी बनकर आया
आरोपी ठग राजतिलक उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी में था। उस पर दो स्टार लगे हुये थे। लेकिन उसने खुद को एसएसपी बताया। गाड़ी, गनर और वर्दी पर अशोक स्तंभ न देखकर भाई बहन को शक हुआ। आरोपी दोनों से रुपये की मांग करने लगा। आरोपी को बातचीत के दौरान लगा की पीड़ित भीम भास्कर उसे पकड़वा देंगे तो वह अपनी वर्दी उतारकर भाग खड़ा हुआ।
भीम भास्कर ने बताया कि करमपुर से उसका पीछा किया। रोडवेज बस अड्डा तलाश करते हुये कचहरी पर उसे पकड़ लिया। पिटाई लगाने के बाद पकड़ कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी राजतिलक के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपी कोतवाली के लॉकअप में है।

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