पत्नी की गिरफ्तारी के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहा कानपुर का वकील कानपुर। कानपुर में एक वकील दंपति का विवाद चर्चा का विषय है। दोनों ने कोर्ट में समझौता किया। समझौतानामा फाइल से गायब हो गया। पत्नी ने पति के खिलाफ मुकदमा लिखाया। उसके बाद पति ने भी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पति आरोपित था उसमें पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी मगर जिसमें पत्नी आरोपित थी उसमें चार्जशीट दाखिल की गई है। अब पति अपनी पत्नी की गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। नवाबगंज निवासी एडवोकेट ने 6 मार्च 2011 को श्याम नगर निवासी एक महिला एडवोकेट से शादी की थी। पति का आरोप है कि पत्नी ने इससे पूर्व शादी कर रखी थी। उसने जानकारी छुपाकर शादी की। पति के मुताबिक इस मामले में उनसे दो लाख रुपए लेने के बाद पत्नी ने महानगर मजिस्ट्रेट द्वितीय के यहां 20 अप्रैल 2018 को समझौतानामे पर हस्ताक्षर किया। यह कोर्ट की आर्डरशीट में दाखिल हुआ। इसमें 2 लाख दिए जाने का भी जिक्र था। थोड़े दिन बाद फाइल से वह समझौतानामा गायब था और पत्नी ने पति के खिलाफ इसी आधार पर धोखाधड़ी की एफआईआर कोतवाली में दर्ज करा दी। जांच में कोतवाली पुलिस ने सबूत के अभाव में 24 फरवरी 2021 को फाइनल रिपोर्ट लगा दी। इसके बाद पति ने पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई। इसमें कोतवाली पुलिस की जांच में पता चला कि जिस समझौतानामे से पत्नी नकार रही थी वह पति के पास मौजूद था और सत्यापित कॉपी में महिला के हस्ताक्षर हैं। सत्यापित कॉपी मिलने के बाद पुलिस ने 29 मई 2021 को चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।